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उत्तर रेलवे ने कहा है कि पंजाब में किसानों के आंदोलन के कारण 41 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि 11 ट्रेनों को गंतव्य स्थान पर पहुंचने से पहले रोक दिया गया है.
रेलवे का कहना है कि इस कारण प्रभावित होने वाली अधिकतर ट्रेनें दिल्ली-कटरा रूट की हैं.
पंजाब में किसान संसद में हाल में पारित किए गए तीन कृषि क़ानूनों का लगातार विरोध कर रहे हैं. ये तीन कृषि क़ानूनों हैं - कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) क़ानून, 2020, कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) क़ीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर क़रार क़ानून, 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) क़ानून, 2020.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार रेलवे मंत्रालय ने पहले ही स्पष्ट किया था कि कई जगहों पर किसानों ने रेलवे ट्रैक को बंद कर दिया है.
इस कारण मालगाड़ियों को रद्द किया गया है और रेलवे को राजस्व में नुक़सान हो रहा है.
हाल में पंजाब विधानसभा ने एक विशेष सत्र में केंद्र सरकार के पारित किए कृषि क़ानूनों को खारिज करने के लिए विधेयक पास किए थे.
इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल ने गवर्नर वीपी सिंह बदनौर से मुलाक़ात कर उनसे विधानसभा द्वारा पारित कृषि विधेयक को मंज़ूर करने की गुज़ारिश की.
पंजाब के लिए मालगाड़ियां रद्द करने को लेकर नवंबर की चार तारीख को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली के जंतर मंतर में विरोध प्रदर्शन भी किया था. (bbc)