राष्ट्रीय

नई दिल्ली, 22 जुलाई । एयर इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उसने अपने बेड़े के सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (एफसीएस) के लॉकिंग सिस्टम का एहतियाती निरीक्षण पूरा कर लिया है और उनमें कोई समस्या नहीं पाई गई है। एयरलाइन ने कहा कि इस महीने के मध्य में भारत के विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों के अनुरूप यह जांच शुरू की गई थी। एयरलाइन ने बयान में कहा, "एयर इंडिया ने अपने बेड़े के सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (एफसीएस) के लॉकिंग सिस्टम की एहतियाती जांच पूरी कर ली है।" यह निरीक्षण पिछले महीने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया बोइंग ड्रीमलाइनर विमान हादसे के बाद किया था, जिसमें 260 लोगों की जान चली गई थी। एयर दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की एक प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला है कि ईंधन की आपूर्ति बंद होने के कारण उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान के इंजन बंद हो गए थे।
इसकी वजह फ्यूल स्विच का 'रन' से 'कटऑफ' में अचानक चले जाना था। इससे इंजन फ्यूल कट-ऑफ स्विच के काम करने को लेकर फिर से चिंताएं पैदा हो गईं। अहमदाबाद में हुई घातक दुर्घटना और 14 जुलाई को जारी डीजीसीए के निर्देश के बाद, एयर इंडिया और उसकी सहायक बजट एयरलाइन एयर इंडिया एक्सप्रेस ने तत्काल स्वैच्छिक निरीक्षण शुरू किए थे। ये निरीक्षण 12 जुलाई को शुरू हुए और नियामक द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरे किए गए। एयरलाइन ने आगे कहा, "एयर इंडिया ने 12 जुलाई को स्वैच्छिक निरीक्षण शुरू किए थे और डीजीसीए द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर उन्हें पूरा किया। नियामक को इसकी सूचना दे दी गई है।" कंपनी ने कहा कि जिन बोइंग 737 विमानों का भी निरीक्षण किया गया, वे एयर इंडिया एक्सप्रेस के बेड़े का हिस्सा हैं। अब निरीक्षण पूरा होने के साथ एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस दोनों ने डीजीसीए को सूचित कर दिया है और सुरक्षा निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया है। एयरलाइन ने बयान में आगे कहा, "एयर इंडिया यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।" एयर इंडिया के साथ वैश्विक स्तर की कई बड़ी एयरलाइन जैसे एमिरेट्स आदि भी एहतियात के तौर पर अपने बोइंग विमानों की इसी तरह की जांच कर रही हैं। अमेरिकी नियामक ने वैश्विक विमानन अधिकारियों को आश्वस्त किया है कि ईंधन नियंत्रण स्विच का डिजाइन सुरक्षित बना हुआ है। (आईएएनएस)