राष्ट्रीय

अहमदाबाद, 3 अप्रैल । लोकसभा में वक्फ बिल पारित होने के बाद गुरुवार को इफको के चेयरमैन दिलीप संघानी ने कहा कि पीएम मोदी ने मुसलमानों की मदद के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। गुरुवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इफको के चेयरमैन दिलीप संघानी ने बातचीत की। उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल को लेकर लंबे समय से चर्चा हो रही थी। सरकारी कर्मचारी भी परेशान थे, क्योंकि सरकारी जमीनों को वक्फ की जमीन बताकर कब्जा कर लिया गया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने समय में ऐसी व्यवस्था कर दी थी कि अगर वक्फ ने किसी जमीन को अपनी संपत्ति बताई, तो वक्फ के फैसले के खिलाफ कोर्ट भी नहीं जा सकते थे। यह पूर्ण रूप से संविधान के खिलाफ थी, क्योंकि संविधान में यह सभी को अधिकार है कि अगर उसे न्याय नहीं मिल रहा है, तो वह कोर्ट जा सकता है। उन्होंने विकास और समृद्धि के लिए इसे उपयोगी करार दिया।
उन्होंने कहा, "केंद्र की सरकार ने लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पारित किया। इस बिल के पारित होने के बाद लोगों को लगा है कि प्रधानमंत्री गरीब मुसलमानों के कल्याण के लिए सही दिशा में काम कर रहे हैं। यह बिल उनके विकास और समृद्धि को सुनिश्चित करेगा। इसीलिए, जब भी भारत के लोगों के लिए कुछ अच्छा होता है, तो पूरा देश उसका खुले दिल से स्वागत करता है। प्रधानमंत्री ने गरीब मुसलमानों की मदद के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसके लिए पूरा देश खुश है और उनका दिल से आभार व्यक्त करता है।" वक्फ बिल के विरोध में सांसद असदुद्दीन ओवैसी द्वारा बिल की प्रति फाड़ने पर इफको के चेयरमैन दिलीप संघानी ने कहा, "ऐसे लोगों के बारे में बोलने के लिए हमारी संस्कृति इजाजत नहीं देती है। ऐसे लोग भारत के संविधान को नहीं मानते हैं। ऐसे लोगों का नाम लेकर हम अपना दिन नहीं खराब करना चाहते हैं।" (आईएएनएस)