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कोलकाता से लापता हुए बांग्लादेशी सांसद का शव बरामद
23-May-2024 12:29 PM
कोलकाता से लापता हुए बांग्लादेशी सांसद का शव बरामद

अवामी लीग के सांसद अनवारुल अजीम अनार का शव कोलकाता में बरामद किया गया. वह इलाज के लिए भारत आए थे.

  डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट- 

बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार 12 मई को इलाज के लिए भारत आए थे. कोलकाता पहुंचने के दो दिन बाद वह लापता हो गए थे. बुधवार को उनका शव कोलकाता के न्यूटाउन इलाके से बरामद हुआ.

बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने ढाका में प्रेस वार्ता में कहा कि सांसद की हत्या कोलकाता में की गई है और उनकी हत्या सुनियोजित साजिश के तहत की गई है. उन्होंने यह भी बताया कि हत्या के आरोप में तीन लोग बांग्लादेश में गिरफ्तार किए गए हैं.

खान ने कहा कि कोलकाता पुलिस ने अजीम की मौत की पुष्टि की है.

भारतीय मीडिया में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सांसद एक फ्लैट में मृत पाए गए जहां वह किसी से मिलने गए थे.

भारत आने के बाद अवामी लीग के सदस्य और सांसद अनवारुल अजीम अनार कोलकाता के बरागनगर में एक दोस्त के घर पर ठहरे थे. उनके दोस्त गोपाल विश्वास ने मीडिया से कहा कि उनके अजीम के साथ बीते दो दशकों से पारिवारिक संबंध हैं.

लापता हुए, फिर मिला शव
कोलकाता में बांग्लादेश उप उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को मीडिया से कहा, "वह इलाज के लिए 12 मई को कोलकाता आए थे और शहर के उत्तरी इलाके बरागनगर में अपने दोस्त के घर पर रह रहे थे. वह किसी से मिलने गए लेकिन वापस नहीं लौटे. उनके दोस्त ने बाद में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है."

अधिकारी ने कहा कि हालांकि अजीम पिछले आठ दिनों से लापता थे, लेकिन उनके फोन से परिवार के सदस्यों को मेसेज भेजे गए थे कि वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पश्चिम बंगाल पुलिस का कहना है कि उनके मोबाइल की आखिरी लोकेशन 17 मई को बिहार में मिली थी.

सांसद के मोबाइल से भेजे गए मेसेज
अनवारुल अजीम बांग्लादेश में झिनाईदह से सांसद थे. वे झिनाईदह से 2014, 2018 और 2024 में सांसद चुने गए. अजीम की बेटी मुमतरीन फिरदौस डोरिन पहले ही कोलकाता पहुंच चुकी थी. बुधवार को वह उस इलाके में गई जहां उनके पिता का शव बरामद हुआ.

उत्तरी कोलकाता के बरागनगर पुलिस स्टेशन की जनरल डायरी में 18 मई को सांसद के लापता होने की सूचना दर्ज है. 14 मई को अजीम ने गोपाल विश्वास को एक मेसेज भेजा था, जिसमें लिखा था कि वह दिल्ली पहुंच गए हैं और यहां कुछ वीआईपी लोगों के साथ हैं, इस वजह से कॉल करने की जरूरत नहीं है.

उन्होंने यही मेसेज अपने सचिव को भी भेजा. लेकिन 17 मई को उनकी बेटी ने गोपाल विश्वास को फोन कर बताया कि वह अपने पिता से संपर्क नहीं कर पा रही हैं.

अजीम के निजी सचिव अब्दुर रऊफ ने बांग्लादेशी मीडिया से कहा उनका परिवार ढाका में है और वीजा आवेदन के लिए फंसा हुआ है. परिवार भारत जाने के लिए वीजा मंजूरी का इंतजार कर रहा है. (dw.com)


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