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भारत सरकार ने सोमवार को कहा है कि वह केन्या में लापता दो भारतीयों के मामले में वहां की सरकार के संपर्क में है. दावा किया जा रहा है कि दोनों की हत्या कर दी गई है.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
बालाजी टेलीफिल्म्स के पूर्व सीओओ जुल्फिकार अहमद खान और उनके दोस्त मोहम्मद जैद शमी किदवई का इसी साल जुलाई में अपहरण कर लिया गया था. उनको ढूंढने में मदद के लिए फिल्म डायरेक्टर एकता कपूर और उनके परिवार वालों ने भारत सरकार से गुहार भी लगाई थी. लेकिन दोनों के बारे में अब तक कोई पुष्ट जानकारी सामने नहीं आई है.
बताया जा रहा है कि जुल्फिकार खान राष्ट्रपति विलियम रुतो के क्वांजा डिजिटल अभियान का हिस्सा थे. राष्ट्रपति रुतो के एक करीबी ने दावा किया है कि दोनों की हत्या आपराधिक जांच निदेशालय की भंग की जा चुकी इकाई स्पेशल सर्विस यूनिट (एसएसयू) ने कर दी. हालांकि इस पर केन्या की सरकार ने कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
जुल्फिकार और उनके दोस्त मोम्बासा रोड से टैक्सी ड्राइवर निकोडेमस मवानिया के साथ लापता हो गए थे.
हत्या का दावा
केन्या के राष्ट्रपति के करीबी डेनिस इटुम्बी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा है कि संभव है दो भारतीयों और उनके ड्राइवर की मौत हो गई हो. हालांकि उन्होंने अपने दावे को लेकर कोई सबूत पेश नहीं किए, केवल इस बात की प्रबल आशंका जताई है.
उन्होंने कहा, "हमेशा की तरह उन्होंने (जैद और खान) राष्ट्रपति के क्वांजा डिजिटल अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी." बताया जा रहा है कि दोनों ने राष्ट्रपति रुतो के चुनाव अभियान की सफलता में बड़ा योगदान दिया था.
केन्या के संपर्क में सरकार
भारत सरकार ने सोमवार को कहा है कि उनके दो नागरिकों के बारे में पता नहीं चल पाने की घटना बहुत परेशान करने वाली है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मंत्रालय इस मामले को लेकर केन्या सरकार के अधिकारियों के साथ संपर्क में है.
बागची ने कहा, "यह अपहरण जिन परिस्थितियों में हुआ है और उसके बाद अगवा लोगों के बारे में सूचना नहीं मिल पाना, बहुत परेशानी की बात है."
उन्होंने आगे कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि मामले की गहराई से जांच होगी." उन्होंने बताया कि नैरोबी में भारतीय उच्चायुक्त नामग्या खाम्पा ने राष्ट्रपति विलियम रुतो से मुलाकात कर भारत की गहरी चिंता से अवगत कराया है और इस मामले की जांच में तेजी लाने का आग्रह किया है.
रविवार को विदेश मंत्रालय ने दिल्ली में तैनात केन्या के उच्चायुक्त को तलब कर भारत की चिंता से अवगत कराया था. सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि नैरोबी में भारतीय उच्चायुक्त अगवा भारतीय नागरिकों के परिवार वालों के संपर्क में है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि केन्या पुलिस की आंतरिक मामलों की यूनिट इस मामले की जांच कर रही है.
बागची ने कहा, "हमने देखा है कि इस मामले में कई लोग हिरासत में लिए गए हैं जिनमें हाल ही में भंग की गई एसएसयू के अधिकारी भी शामिल हैं."
एए/वीके (रॉयटर्स, एपी)