राष्ट्रीय

नई दिल्ली, 19 अक्टूबर | बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पंजीकरण प्रक्रिया आरंभ हो गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने फैसला लिया है पोस्ट ग्रेजुएशन दाखिले भी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी सीयूईटी के आधार पर दिए जाएंगे। ऐसे इच्छुक अभ्यर्थी जिन्होंने सीयूईटी 2022 में भाग लिया हो तथा अपनी रुचि के पाठ्यक्रम के लिए पीईटी बुलेटिन 2022 में उल्लिखित अहर्ता रखते हों, विश्वविद्यालय के प्रवेश पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर 2022 है। पंजीकरण के पश्चात अभ्यर्थी 26 अक्तूबर, 2022, तक प्रेफरेंस एंट्री कर सकते हैं। प्रवेश की प्रक्रिया अभ्यर्थियों के पंजीकरण के आधार पर ही आगे बढ़ेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि सभी अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे जरूरी सूचनाओं के लिए अपने ईमेल तथा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रवेश पोर्टल को नियमित रूप से देखते रहें।
गौरतलब है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने अपने विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखत हुए 'डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन इंटर्नशिप' की भी शुरूआत की है। पहली बार में योजना में 100 इंटर्नशिप प्रस्तावित हैं। इसके अंतर्गत चयनित विद्यार्थियों को एक वर्ष तक मासिक 20,000 रुपये प्राप्त होंगे। यह योजना इस उद्देश्य से तैयार की गई है कि विद्यार्थी अपने क्षेत्र से संबंधित रोजगार पाने के लिए आवश्यक पेशेवर कौशल विकसित कर सकें। साथ ही छात्र इसके माध्यम से एक अनुभव भी हासिल कर पाएंगे। यह योजना विश्वविद्यालय में शिक्षा पूरी करने के बाद विद्यार्थियों को रोजगार प्राप्त करने के लिए बेहतर ढंग से तैयार होने का अवसर देगी।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मुताबिक फिलहाल योजना में पुस्तकालय विज्ञान, शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, ²श्य कला तथा मंच कला को शामिल किया गया है, लेकिन आवश्यकतानुसार भविष्य में और विषयों को भी योजना के अंतर्गत लाया जा सकता है। वे विद्यार्थी जो किसी भी विषय में डिग्रीधारक हैं तथा राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण, रजत अथवा कांस्य पदक विजेता हैं, वे भी डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। चयनित विद्यार्थियों को उनकी शैक्षणिक योग्यता तथा उपलब्ध अवसरों के आधार पर कार्यस्थल आवंटित किया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्रों को इसके जरिए करियर की शुरूआत करने के लिए आधार प्राप्त हो।
बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा है कि विद्यार्थियों को बेहतर पेशेवर व व्यवहारिक अनुभव उपलब्ध कराने के लिए नए अवसर सृजित किये जाने आवश्यक हैं, ताकि वे अपने करियर व जीवन में सफलता के मार्ग पर अग्रसर हो सकें। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन इंटर्नशिप इसी कड़ी में एक की गई पहल है। (आईएएनएस)