राष्ट्रीय
नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना ‘एक राष्ट्र-एक उर्वरक’ की शुरुआत की और इसके तहत ‘भारत यूरिया बैग्स’ भी पेश किए। इससे कंपनियों को एक ही ब्रांड नाम - भारत के तहत उर्वरकों के विपणन में मदद मिलेगी।
राजधानी स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के पूसा मेला मैदान में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री ने 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों का भी उद्घाटन किया। इस योजना के अन्तर्गत देश में उर्वरकों की 3.30 लाख से अधिक खुदरा दुकानों को चरणबद्ध तरीके से प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों में परिवर्तित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर 'एग्री स्टार्टअप’ सम्मेलन का भी उद्घाटन किया और एक ई-पत्रिका 'इंडियन एज' का विमोचन किया। यह पत्रिका किसानों की सफलता की कहानियों सहित अभी हाल के विकास, मूल्य रूझान विश्लेषण, उपलब्धता तथा खपत सहित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उर्वरक के परिदृश्यों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएगी।
‘एक राष्ट्र-एक उर्वरक’ का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजना किसानों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण खाद मुहैया कराएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘एक राष्ट्र-एक उर्वरक से किसान को हर तरह के भ्रम से मुक्ति मिलने वाली है और बेहतर खाद भी उपलब्ध होने वाली है। देश में अब एक ही नाम और एक ही ब्रांड से और एक समान गुणवत्ता वाले यूरिया की बिक्री होगी और यह ब्रांड है भारत।’
पीएम-किसान समृद्धि केंद्रों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि ये ऐसे केंद्र होंगे जहां सिर्फ खाद ही नहीं बल्कि बीज और उपकरण भी मिलेंगे और मिट्टी की जांच भी हो सकेगी। हर प्रकार की जानकारी भी किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केंद्रीय रसायन व उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद थे। (भाषा)।


