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(Photo: IANS)
मैसूर, (कर्नाटक) 27 अगस्त | कर्नाटक पुलिस ने चित्रदुर्ग जिले के एक प्रमुख लिंगायत संत के खिलाफ पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) की शिकायत के आधार पर नजराबाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मैसूर के एनजीओ ओदानदी ने पीड़ितों के साथ सीडब्ल्यूसी से संपर्क किया था और कानूनी कार्रवाई की मांग की थी।
पुलिस के अनुसार, मठ में आवासीय सुविधा में रहने वाली पीड़ित छात्राओं को किसी बहाने साधु के कमरे में भेजा जाता था। वहां लड़कियों को नशीला पदार्थ देकर खाने-पीने की चीजें दी जाती थीं और उनका यौन शोषण किया जाता था।
पीड़ितों ने बताया कि मठ में और भी कई लड़कियां हैं जिनका यौन शोषण किया जाता है। पीड़िता ने सहायता के लिए ओदानदी एनजीओ से संपर्क किया है।
पुलिस ने मुख्य आरोपी के तौर पर लिंगायत साधु के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एफआईआर में उस महिला वार्डन को भी शामिल किया है, जो कथित तौर पर लड़कियों को भेजा करती थी। इस मामले में लड़कियों के यौन शोषण को बढ़ावा देने वाले मठ के एक जूनियर स्वामीजी और दो अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं।
आरोपी लिंगायत संत हाल ही में राहुल गांधी से कर्नाटक दौरे के दौरान मिले थे और स्वामीजी ने उन्हें लिंगा दीक्षा दी थी। स्वामीजी ने मेकेदातु परियोजना के कार्यान्वयन की मांग करते हुए पदयात्रा में भी भाग लिया था।
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मामला चित्रदुर्ग ट्रांसफर होने की संभावना है। (आईएएनएस)|