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ओडिशा से कोयले का खनन : तमिलनाडु पॉवर यूटिलिटी 2 सप्ताह में निविदा जारी करेगी
20-Aug-2022 2:56 PM
ओडिशा से कोयले का खनन : तमिलनाडु पॉवर यूटिलिटी 2 सप्ताह में निविदा जारी करेगी

(File Photo: IANS)


चेन्नई, 20 अगस्त | राज्य की बिजली प्रदाता तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (तांगेदको) एक पखवाड़े के भीतर चंद्रबिल्ला कोयला ब्लॉक, अंगुल जिला, ओडिशा से कोयले की खदान के लिए एक निविदा जारी करेगी। केंद्र सरकार ने 2016 में तमिलनाडु को चंद्रबिल्ला कोयला ब्लॉक आवंटित किया था। हालांकि, कोयला ब्लॉक के वन क्षेत्रों में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिलने के कारण परियोजना शुरू नहीं हो सकी।


टैंगेडको के वरिष्ठ अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि बिजली कंपनी ने अब चंद्रबिल्ला ब्लॉक के गैर-वन क्षेत्रों से कोयला खनन करने का फैसला किया है, इसलिए मंत्रालय से मंजूरी मिलने में कोई समस्या नहीं होगी।

टैंजेडको को चंद्रबिल्ला कोयला ब्लॉक से एक साल में एक करोड़ टन कोयले का खनन करने की उम्मीद है, और तमिलनाडु में तीन नए बिजली संयंत्रों के लगभग पूरा होने के साथ, राज्य को इसे ईंधन देने के लिए अतिरिक्त कोयले की जरूरत है।

टैंगेडको के अनुसार, राज्य में कोयले से चलने वाली थर्मल परियोजनाएं, उत्तरी चेन्नई स्टेज 3, एन्नोर स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एसईजेड) और उदनगुडी लगभग पूरी हो चुकी हैं और इन परियोजनाओं के लिए कोयले की जरूरत है।

तमिलनाडु के ऊर्जा मंत्री सेंथिल बालाजी ने हाल ही में चंद्रबिल्ला परियोजना को लेकर तांगेदको के अधिकारियों के साथ बैठक की थी।

टैंगेडको के अधिकारियों ने कहा कि परियोजना की व्यवहार्यता का अध्ययन करने के लिए हाल ही में एक निजी सलाहकार को नियुक्त किया गया था और रिपोर्ट जो अगस्त के पहले सप्ताह में बिजली उपयोगिता को सौंपी गई थी, उसने चंद्रबिल्ला कोयला ब्लॉक से अगले 35 वर्षो के लिए 1 करोड़ टन कोयले के खनन की सिफारिश की थी।

उत्तरी चेन्नई चरण 3 बिजली संयंत्र दिसंबर, 2022 में और एन्नोर एसईजेड परियोजना अगले साल चालू हो जाएगी और अतिरिक्त कोयले की आपूर्ति की जरूरत होगी।

किस गहराई तक कोयले का खनन किया जा सकता है, इसको लेकर टैंजेडको केंद्र सरकार से भी बातचीत कर रहा है। जबकि निजी सलाहकार ने अपनी रिपोर्ट में खुदाई के लिए कोयले से टकराने के लिए 250 फीट गहराई पर खनन का सुझाव दिया था, लेकिन आमतौर पर कोयला 50 से 100 फीट की गहराई पर उपलब्ध होता है। (आईएएनएस)|


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