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आईआईटी दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर पूर्व छात्रों ने मां के नाम से स्थापित की चेयर
02-Aug-2021 7:28 PM
आईआईटी दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर पूर्व छात्रों ने मां के नाम से स्थापित की चेयर

नई दिल्ली, 2 अगस्त | आईआईटी दिल्ली के दो पूर्व छात्र रूपम श्रीवास्तव और अजय सिंह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर आईआईटी दिल्ली में अपनी-अपनी मां के नाम से विशेष चेयर स्थापित की है। यह चेयर आईआईटी दिल्ली में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देगी। यह कार्यक्रम आईआईटी दिल्ली में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, क्वांटम कंप्यूटिंग, लाइफ साइंसेज, ब्लॉकचैन और अन्य घातीय प्रौद्योगिकियों से संबंधित अनुप्रयुक्त विज्ञान में क्रांतिकारी विचारों वाले नवप्रवर्तकों और शोधकतार्ओं का समर्थन करता है।

रूपम और अजय ने अपनी माताओं- इंदु श्रीवास्तव और सेरला सिंह के नाम यह चेयर समर्पित की है। इंदु श्रीवास्तव और सेरला सिंह ने भाई-बहनों, पतियों और बच्चों के करियर का समर्थन करने के लिए अपनी शिक्षा और करियर की महत्वाकांक्षाओं का त्याग किया है।

2003 बेच के छात्र रहे रूपम और अजय दोनों का कहना है कि सफल भारतीय उद्यमियों, सीईओ, अधिकारियों की वर्तमान पीढ़ी अपने करियर का श्रेय अपने माता-पिता, विशेष रूप से अपनी माताओं को देती है।

रूपम ने बताया कि उनकी मां, इंदु श्रीवास्तव ने एक बड़े परिवार में सबसे बड़ी सहोदर के रूप में छोटी उम्र से ही जिम्मेदारी सीख ली थी। उन्होने रूपम को जिम्मेदार, स्वतंत्र होना सिखाया और उसे कई रुचियों और विशेषज्ञता विकसित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने रूपम से कहा, सीखते रहो ताकि तुम्हें कभी यह न कहना पड़े - मैं यह नहीं कर सकती।

अजय और रूपम का कहना है कि अगर उनकी मां न होतीं तो आज जहां वह हैं, वहां नहीं होते।

अजय की मां सेरला सिंह के पास कोई विकल्प नहीं था और उन्होंने नौ साल की उम्र में वित्तीय साधनों की कमी और अपने परिवार का समर्थन करने की आवश्यकता के कारण स्कूल छोड़ दिया। उन्होंने अजय से कहा, मैं चाहती हूं कि आप वह हासिल करें जो मैं नहीं कर सकी।

अजय और रूपम ने आगे कहा, यह चेयर हमारे लिए संस्थान आईआईटी दिल्ली को सम्मानित करने का हमारा तरीका है। जिसने हमारे करियर की नींव रखी। हमें उम्मीद है कि यह चेयर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में इनोवेशन और रिसर्च को उत्प्रेरित करेगा और आईआईटी दिल्ली के फैकल्टी में एक नया आयाम जोड़ेगा।

अजय और रूपम वर्तमान में फ्रंटियर्स कैपिटल के सह-प्रमुख हैं, जो एक निवेश फर्म है। जिसका मिशन मानवता की सबसे बड़ी चुनौतियों को हल करने के लिए घातीय प्रौद्योगिकियों पर काम करने वाले प्रतिभाशाली दिमागों का समर्थन और निवेश करना है।

फ्रंटियर्स कैपिटल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, क्वांटम कंप्यूटिंग, लाइफ साइंसेज, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और अन्य पर केंद्रित है। ये सभी प्रौद्योगिकियां आने वाले दशक में तेजी से विकास करेंगी और वैश्विक स्तर पर अरबों लोगों को प्रभावित करेंगी। अजय और रूपम एक अनुदान कार्यक्रम भी चलाते हैं, यह चेयर इसी का हिस्सा है।(आईएएनएस)


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