नारायणपुर

4 नक्सलियों ने किया समर्पण
10-Jun-2021 7:38 PM
4 नक्सलियों ने किया समर्पण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 10 जून।
आज नक्सली संगठन की खोखली विचारधारा को छोडक़र समाज की मुख्यधारा में शामिल होने 4 माओवादी नक्सली सदस्यों ने नारायणपुर पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

जिला बल, छसबल, एसटीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ द्वारा लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के कारण नक्सलियों पर बढ़ते दबाव एवं शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर माओवादी संगठन को छोडक़र समाज की मुख्यधारा में सम्मिलित होने 4 नक्सली सदस्यों ने 10 जून को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मोहित गर्ग, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के समक्ष बिना हथियार आत्म समर्पण किया है। 

आत्मसर्पित करने वाले नक्सलियों की सक्रियता एवं कार्यक्षेत्र- 
कमलू ध्रुवा (27) धुरबेड़ा थाना ओरछा जिला नारायणपुर (धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य)- वर्ष 2016-17 में नक्सली कमाण्डर दिनेश उर्फ पण्डी ने धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में शामिल किया, तब से सक्रिय रूप से कार्य कर रहा था। 

मालू ध्रुवा (32) धुरबेड़ा थाना ओरछा जिला नारायणपुर (धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य)- वर्ष 2016-17 में नक्सली कमाण्डर दिनेष उर्फ पण्डी ने धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में शामिल किया, तब से सक्रिय रूप से कार्य कर रहा था। 

राकेश उसेण्डी (18) गट्टाकाल, थाना ओरछा जिला नारायणपुर (धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य)- वर्ष 2018-19 में नक्सली कमाण्डर दिनेश उर्फ पण्डी ने धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में शामिल किया, तब से सक्रिय रूप से कार्य कर रहा था। 

हिड़मे कवाची (20) डेंगलपुट्टी पारा गोमागाल थाना धनोरा जिला नारायणपुर (गोमागाल पंचायत मिलिशिया सदस्य)- नक्सली कमाण्डर बुदरू, सोमडू एवं गोमागाल जनताना सरकार अध्यक्ष प्रमोद ने वर्ष 2017-2018 में गोमागाल पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप मे शामिल किये, तब से सक्रिय रूप से कार्य कर रही थी। 

उक्त आत्मसर्पित नक्सली संगठन में कार्य करने के दौरान नक्सलियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना, गांव में अंजान व्यक्तियों के आने पर उनसे पूछताछ व उनकी निगरानी करना, नक्सली साहित्य एवं पोस्टर पाम्पलेट चिपकाना, ग्रामीणों को नक्सली मीटिंग में उपस्थित होने की सूचना देना, बाजारों से दैनिक उपयोग की सामग्री खरीद कर नक्सलियों तक पहुंचाना, नक्सलियों के गांव में आने पर उनको सुरक्षा देना, क्षेत्र में पुलिस आने की सूचना देना, पुलिस पार्टी की रेकी करना, नक्सलियो के अस्थायी कैम्प में संतरी ड्यूटी करना, गांव के चारों ओर दिन के समय पेट्रोलिंग करने जैसे कार्य कर संगठन में सक्रिय कार्य कर रहे थे। नक्सलियों की गलत नीतियों से असंतुष्ट होकर समाज की मुख्यधारा में जुडक़र सामान्य जीवन यापन करने पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के समक्ष आत्मसमर्पण किये हैं।  


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