नारायणपुर
जांच समिति ने शिकायत को सही पाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 21 दिसंबर। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है। इस पूरे मामले की जांच के लिए गठित समिति ने टीए बिल का भुगतान करने की एवज में 40 फीसदी तक वसूली की गई। वसूली की राशि चिकित्सा अधिकारी के खाते में जमा की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।
नारायणपुर के सामुदायिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. केशवचंद साहू के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत के मामले के पड़ताल के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई गई थी। भ्रष्टाचार का यह मामला प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी रहते किया गया था।
शिकायत में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ का भी जिक्र था जिन्होंने डॉ. साहू पर टीए बिल के भुगतान के लिए 40 फीसदी राशि की मांग की गई। इस सिलसिले में जांच समिति ने लेनदेन से जुड़े दस्तावेजों की पड़ताल की। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि एक कर्मचारी के माध्यम से टीए बिल के एवज में 40 फीसदी की राशि वसूली की गई। इसके अलावा यह भी शिकायत हुई थी कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य स्लम योजना के अंतर्गत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सकों का प्रिस्क्रिप्शनऑडिट के लिए विभाग से अनुमति नहीं ली गई थी।
तीन सदस्यीय जांच समिति में सिविल सर्जन अध्यक्ष सहायक जांच अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी भी थे। समिति ने अपनी रिपोर्ट संयुक्त संचालक स्वास्थ्य विभाग को भेज दी है। रिपोर्ट में डॉ. केशवचंद साहू के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।


