नारायणपुर

छात्र खुदकुशी: एनएसयूआई की टीम पहुंची हॉस्टल
14-Nov-2024 9:53 PM
छात्र खुदकुशी: एनएसयूआई की टीम पहुंची हॉस्टल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नारायणपुर, 14 नवंबर। जिले के गारंजी में स्थित बुनियादी बॉयज हॉस्टल में 12 नवंबर की शाम 5 बजे 11वीं के छात्र ने खुदकुशी कर ली, जिसकी जानकारी मिलते ही पुलिस के अधिकारियों ने परिजनों को बुला कर उसका शव फंदे से उतरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर,  भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई)की टीम ने जानकारी मिलते ही  हॉस्टल का दौरा किया और मामले की जानकारी ली।

छात्रावास के बच्चों ने आरोप लगाते बताया कि अधीक्षक रवैया ठीक नहीं है। अधीक्षक के द्वारा लगातार बच्चों को छोटी-छोटी बातों को लेकर पीटा जाता है एवं प्रताडि़त कर उन्हें खाने के लिए भी मना किया जाता है। कुछ बच्चों का आरोप है कि देर शाम एक बच्चे को अधीक्षक ने पहले पीटा, उसके बाद गाली गलौज कर उसका टीसी काटने की बात कहकर उसे डांटा गया और पूरे हॉस्टल के बच्चों के सामने आधे घंटे से ऊपर घुटने के बल अधीक्षक के द्वारा रखा, जिसके बाद उस लडक़े के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची और उसने फांसी लगा ली।

आदिवासी नेता और जनपद सदस्य उमेश कर्मा ने बताया कि जहां एक ओर पूर्ववर्ती  भाजपा की रमन सिंह की सरकार ने बुनियादी हॉस्टलों का निर्माण आदिवासी बच्चों के उत्थान के लिए किया गया था और वहीं आज पूरे अबूझमाड़ के छात्रावासों में गैर आदिवासी समुदाय के लोग आदिवासी छात्रावासों का संचालन कर रहे हैं। वे आदिवासी बच्चों को कैसे समझ पाएंगे कि उनकी रीति नीति, रहन-सहन कैसा है। हमारे भोले भाले आदिवासी बच्चे आज अधीक्षकों से परेशान प्रताडि़त होकर आत्महत्या करने मजबूर हैं।  एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विजय सलाम ने भी कई आरोप लगाए।

एनएसयूआई प्रदेश सचिव जय वट्टी ने कहा कि आगामी समय में अगर अधीक्षक पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा और हमारे छात्र-छात्राएं सडक़ों पर उतरेंगे।


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