महासमुन्द
कहा-रसोई गैस की होम डिलीवरी 6 से बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 अक्टूबर। कमीशन बढ़ाने की मांग को लेकर जिला मुख्यालय सहित अंचल के गैस एजेंसी संचालक 6 नवंबर से सिलेंडरकी होम डिलीवरी बंद करने जा रहे हैं। ऐसे में जिले वासियों को नवंबर के प्रथम सप्ताह में रसोई गैस के लिए हलाकान होना पड़ सकता है। खासतौर पर जिन्होंने होम डिलीवरी करा रखी है। उन्हें सर्वाधिक परेशानियां झेलनी पड़ सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार गैस एजेंसी संचालक लंबे समय से एचपीसीएल, बीपीसीएल और इंडियन आयल के डिस्ट्रीब्यूटर से कमीशन वृद्धि की मांग कर रहे हैं। बढ़ते डीजल के दामए कर्मचारियों के वेतन औ अन्य खर्च के बावजू कमीशन में कोई इजाफा नहीं हुआ है। इसी के विरोध में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन ने तीन चरणों में आंदोलन का ऐलान किया है। पहले चरण में एजेंसी संचालक और स्टाफ काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं।
दूसरे चरण में कल 29 अक्टूबर को शाम 7 बजे राज्य भर के जिला मुख्यालयों में मशाल और मोमबत्ती जलाकर प्रदर्शन किया जाएगा। तीसरे चरण में 6 नवंबर से नो मनी, नो इंडेंट नीति लागू की जाएगी। जिसके तहत जब तक कमीशन नहीं बढ़ता, तब तक ग्राहक से एडवांस राशि लेकर सिलेंडर बुकिंग नहीं की जाएगी।
गौरव गैस एजेंसी के पंकज चंद्राकर ने बताया कि एसोसिएशन ने स्पष्ट कहा है कि यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी और होम डिलीवरी सेवा पूरी तरह बंद हो जाएगी। मालूम हो कि वर्षों पहले गैस की कालाबाजारी के चलते उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर लेने में कई दिनों का लोग अपना काम छोडक़र घंटों लाइन लगकर अपनी बारी का इंतजार करते थे।
जबकि अब घर बैठे बुकिंग और दूसरे दिन होम डिलीवरी की जा रही है। यदि गैस एजेंसी संचालकों की मांगे नहीं मानी गई, तो जिले के लगभग डेढ़ लाख गैस उपभोक्ताओं को फिर परेशानी उठानी पड़ सकती है। जिले में एचपीसीएल, बीपीसीएल और इंडियन आयल के 22 गैस एजेंसी हैं। जिलेभर के गैस उपभोक्ताओं को गैस वितरित करती है। यदि वितरण नहीं हुआ तो हजारों घरों में चुल्हे नहीं जलेंगे।


