महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,19जुलाई। ग्राम पंचायत तेंदूकोना के आश्रित ग्राम साल्हेभांठा में देशी और विदेशी शराब दुकान के विरोध और बंद करवाने की मांग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीण और महिलाओं ने करीब 100 की संख्या में कलेक्टोरेट पहुंच शराब दुकान बंद करवाने की मांग करते जमकर प्रदर्शन किया। शराब दुकान नहीं खोलने की मांग को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को आवेदन सौंपा।
ग्रामीणों ने बताया कि बीते दिनोंं से गांव की शीतला स्व सहायता समूह की महिलाएं शुरू से ही शराब दुकान खोलने का विरोध कर रही हैं। ग्राम प्रमुख, सरपंच और गांव वालों ने प्रस्ताव पारित कर शासन के बिना जानकारी के गांव के वन भूमि में हिस्सेदारी से शराब दुकान का निर्माण भी करवा दिया है। महिलाओं की शिकायत पर स्थल निरीक्षण नायब तहसीलदार बागबाहरा ने किया था। स्थल निरीक्षण के दौरान नायब तहसीलदार, पटवारी, ग्राम की महिलाएं उपस्थित थे। जांच के दौरान सभी बातों का खुलासा हुआ कि सरपंच देवंतीन दीवान ने हल्का पटवारी से बिना चिह्नांकित किए, तहसीलदार के बिना अनुमति लिए निर्माण कार्य करवाया है। सरपंच ने निर्माण कार्य में लागत राशि स्वंय की व्यय से करना स्वीकार किया। उक्त निर्माणाधीन शराब दुकान राजस्व ग्राम साल्हेभांठा पटवारी हल्का.8 में हो रहा है, जो राजस्व भू.अभिलेख में खसरा नंबर 1 में बड़े झाड़ जंगल दर्ज है। ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए निजी लाभ के लिए अवैध निर्माण कार्य कराया है जो अतिक्रमण के श्रेणी में आता है। निर्माणाधीन भवन से प्राप्त राजस्व स्वयं रखने की बात स्वीकार किया। गांव में शराब दुकान नहीं खोलने की मांग को लेकर गांव की महिलाओं ने आंदोलन की चेतावनी दी है। जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक आंदोलन जारी रखने की बात महिलाओं ने की है। वहीं दूसरी ओर महिलाओं के विरोध प्रदर्शन को अब स्कूली बच्चों और कॉलेज के स्टूडेंट्स का भी साथ मिल गया है।
स्कूली बच्चों ने भी शराब दुकान के विरोध में आवेदन दिया है।