महासमुन्द

ज्यादा ब्याज के लालच में कर्ज लेकर दूसरों को पैैसे देता था, पैसे नहीं मिले...तगादा बढ़ी और फिर ....
15-May-2025 3:34 PM
ज्यादा ब्याज के लालच में कर्ज लेकर दूसरों को पैैसे  देता था, पैसे नहीं मिले...तगादा बढ़ी और फिर ....

बागबाहरा में एक परिवार के चार की मौत में पुलिस को आत्महत्या नोट मिला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद,15 मई। बागबाहरा के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से चार लोगों की मौत की दर्दनाक और चौंकाने वाली खबर सामने आई थी। इस मामले में समाचार लिखते तक किसी भी तरह का खुलासा नहीं हुआ है।

हालांकि लोग चर्चा कर रहे हैं कि मामला आर्थिक तंगी आदि का हो सकता है। मृतकों में आदिम जाति कल्याण विभाग के बालक छात्रावास में पदस्थ प्यून, उसकी पत्नी और उनके दो बच्चे शामिल हैं। बताया जा रहा है कि कर्ज बढऩे की वजह से पति और तगादा करने वालों के कारण पत्नी परेशान हो चुकी थी।

अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इसी बात पर पति-पत्नी में विवाद चल रहा था। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। सूत्रों के मुताबिक बसंत पटेल ज्यादा कमाई के लालच में पड़ गया था। वह 3 प्रतिशत ब्याज की दर से मार्केट से पैसे उठाकर दूसरों को 5 प्रतिशत की दर से देता था। इसी बीच बसंत ने जिन्हें ब्याज पर पैसे दिए थे वो बसंत को काफ ी दिनों से वापस नहीं मिले। इसी वजह से बसंत भी लोगों को पैसे नहीं लौटा पाया।

इधर, तगादा करने वाले बसंत के घर आकर पैसे वापस करने का दबाव बना रहे थे। इसी वजह से बसंत की पत्नी को आए दिन शर्मिंदा होना पड़ता था। इसी बात पर पति-पत्नी में अक्सर विवाद होता था।

पड़ोसियों के अनुसार चार दिन पहले भी दोनों में झगड़ा हुआ। इस बीच बसंत की पत्नी भारती ने मायके और ससुराल दोनों जगह बसंत की शिकायत कर दी। भारती की शिकायत पर बसंत को समझाइश देने के लिए बसंत का भाई लोचन पटेल और भारती के पिता चंद्रभान नायक सोमवार को बागबाहरा आए थे।

पुलिस को मौके से आत्महत्या से जुड़ा सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है-मैं मर्जी से परिवार सहित आत्महत्या कर रहा हूं। लोगों के ताने सुन-सुनकर मैं परेशान हो गया हूं और आगे यह सब बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा। मैं गलत नहीं हूं। जिन लोगों ने मेरा जीना मुश्किल किया है, उन्हें ईश्वर सजा जरूर देंगे। परिजन को संबोधित करते हुए लिखा है. अपनी परेशानी मैंने किसी को नहीं बताई। घरवालों से भी छुपाया, इसलिए मुझे माफ करना।

 एएसपी प्रतिभा पांडेय ने बताया कि तहसीलदार से सूचना मिली कि प्यून बसंत ने घर का दरवाजा नहीं खोला। अप्रिय घटना की आशंका पर परिजनों से संपर्क किया और उनकी उपस्थिति में दरवाजा खोला तो बसंत पटेल की लाश लटकती मिली। बाकी तीन लाशें फर्श पर पड़ी थीं। मामले की जांच जारी है।

डॉ. युगांक चंद्राकर का कहना है कि चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है। इनमें दो शवों भारती और सेजल का पोस्टमार्टम हो चुका है। इसमें गला दबाने की वजह से दम घुटना प्रतीत हो रहा है।

 

चार की मिली थी लाश

शासकीय हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की बिल्डिंग एच.2 के मकान नं.5 में रहने वाले बसंत पटेल 42 का शव फंदे से लटकता मिला। उसकी पत्नी और दो बच्चों की लाश जमीन पर पड़ी थी। मृतक बसंत पटेल बागबाहरा के आदिम जाति कल्याण विभाग के बालक छात्रावास में भृत्य था। वहीं उसकी पत्नी भारती पटेल 38, बेटी सेजल पटेल 11 और बेटे कियांश पटेल 4साल की लाश बरामद की गई है। आशंका है कि पत्नी और बच्चों की हत्या के बाद बसंत ने भी आत्महत्या कर ली होगी। घटना की सूचना मिलने पर एसपी आशुतोष सिंह और एडिशनल एसपी प्रतिभा पांडेय सहित सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे थे।


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