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उदंती एरिया कमेटी के सदस्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद / रायपुर, 7 नवंबर। गरियाबंद जिले में 37 लाख ईनामी 7 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। ये सभी उदंती एरिया कमेटी के सदस्य थे, और पूरी कमेटी ने गरियाबंद पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया है।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों में सुनील उर्फ जगतार सिंह (08 लाख ईनामी- अरीना टेकाम उर्फ सुगरो (08 लाख ईनामी- विद्या उर्फ जमली (05 लाख ईनामी- लुदरो उर्फ अनिल (05 लाख - नंदनी (05 लाख ईनामी), कांति (05 लाख ईनामी), मल्लेश (01 लाख ईनामी) हैं।
उदंती एरिया कमेटी सचिव लाख ईनामी, इंसास हथिय माओवादी एरिया कमेटियों को सम्पूर्ण रूप से समर्पण कराने हेतु शासन के आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के माध्यम से निरंतर अपील किया जा रहा था। लगातार गरियाबंद पुलिस की ई-30 टीम, कोबरा एवं सीआरपीएफ के द्वारा नक्सल विरोधी अभियान के तहत निरंतर चल रहे प्रयास से प्रभावित होकर आज प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी के उदंती एरिया कमेटी के समस्त सक्रिय 07 हार्डकोर कुल 37 लाख ईनामी माओवादियों द्वारा हिंसा एवं विनाश के मार्ग को त्याग कर आत्मसमर्पण किया जा रहा है।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने बताया कि शासन की समर्पण करने पर पद अनुरूप ईनाम राशि की सुविधा, हथियार के साथ समर्पण करने पर ईनाम राशि की सुविधा, बीमारी होने पर स्वास्थ्य सुविधा, आवास की सुविधा, रोजगार की सुविधा को देखते हुये हमारे कई माओवादी साथी आत्मसमर्पण कर शासन के इन्ही योजनाओं का लाभ उठा रहे है, जिसके बारे में हम लोगों को समाचार पत्रो व स्थानीय ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिलता था। गरियाबंद पुलिस द्वारा जंगल-गांवों में प्रचारित समर्पण नीति के पोस्टर-पाम्पलेट मिलते थे, जिससे हम लोगों के मन विचार आया कि हम लोग क्यों जंगल में पशुओं की तरह दर-दर भटक रहे है। माओवादियों की खोखली हो चुकी विचारधारा, जंगल की परेशानियां, शासन की पुनर्वास नीति तथा आत्मसमर्पित साथियों के खुशहाल जीवन से प्रभावित होकर हम लोग भी अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन बिताने के लिए आत्मसर्मपण के मार्ग को अपनाये है।
गरियाबंद में सक्रिय समस्त माओवादियों से गरियाबंद पुलिस अपील करता है कि आप आत्मसमर्पण हेतु गरियाबंद के किसी भी थाना/चौकी/कैम्प में आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में वापस आ सकते है।






