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नयी दिल्ली, 5 नवंबर। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत-जापान साझेदारी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक स्थिरता को बढ़ाती है और वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास में योगदान देती है।
जयशंकर ने कहा कि ‘‘स्वतंत्र और खुला’’ हिंद-प्रशांत क्षेत्र बनाए रखना बेहद जरूरी है, लेकिन यह एक जटिल चुनौती भी है।
वह ‘दिल्ली पॉलिसी ग्रुप’ और ‘जापान इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स’ द्वारा आयोजित भारत-जापान हिंद-प्रशांत मंच को संबोधित कर रहे थे।
जयशंकर ने कहा, ‘‘पिछले कुछ दशकों में हमारी साझेदारी और गहरी हुई है। यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक स्थिरता को बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास में योगदान देने का काम करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्र और खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र बनाए रखना अनिवार्य है, लेकिन यह एक जटिल चुनौती भी है।’’
जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची के पदभार ग्रहण करते ही उनसे फोन पर बातचीत करना इस बात का प्रमाण है कि दोनों पक्ष संबंधों को कितनी प्राथमिकता देते हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि दो प्रमुख लोकतंत्रों और समुद्री राष्ट्रों के रूप में भारत और जापान की हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति बड़ी जिम्मेदारी है। (भाषा)


