ताजा खबर

डीएमएफ घोटाला : दर्जन भर ठिकानों पर छापे
29-Oct-2025 4:14 PM
डीएमएफ घोटाला : दर्जन भर ठिकानों पर छापे

रायपुर, दुर्ग, नांदगांव और कुरूद में ईओडब्ल्यू की कार्रवाई 
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
रायपुर, 29 अक्टूबर।
कांग्रेस शासन काल में हुए डीएमएफ  घोटाले में एसीबी/ ईओडब्ल्यू ने बुधवार को प्रदेश के पांच जिलों में कारोबारियों के 12 ठिकानों  छापेमारी की है। इनमें रायपुर में 5, दुर्ग में 2, राजनांदगांव में 4, कुरूद में एक ठिकाने शामिल हैं। इनमें से अधिकांश शासकीय सप्लायर और कारोबारी हैं। इनमें रायपुर के वालफोर्ट सिटी-2 निवासी अमित कोठारी, अशोक कोठारी, दुर्ग भिलाई में महावीर कॉलोनी निवासी मनीष पारख के यहां पड़ताल चल रही है। इनमें से मनीष डायग्नोस्टिक सेंटर का संचालक है। वहीं राजनांदगांव में माइंस कारोबारी राधाकृष्ण अग्रवाल, टेंट हाउस संचालक ललित भंसाली और यश नाहटा, रोमिल नाहटा के ठिकाने शामिल हैं।

उधर राजनांदगांव में बुधवार की सुबह-सुबह एक साथ तीन स्थानों भारत माता चौक स्थित राधा कृष्ण एजेंसी के संचालक अग्रवाल परिवार के निवास, सत्यम विहार में यश नहाटा के घर और कामठी लाइन स्थित ललित भंसाली के यहां छापेमारी की गई है।

सुबह करीब साढ़े पांच बजे ईओडब्लू की टीम लगभग 10 वाहनों के साथ यहां पहुंची। दुर्ग के पाश खंडेलवाल कालोनी निवासी मनीष पारख के घर भी एक दर्जन अधिकारी जांच कर रहे हैं। मनीष की मेघ गंगा ग्रुप नाम से  कारोबार है। इसमें 10 फर्मे हैं। इनमें महावीर ज्वेलर्स, लाइफकेयर,एविज़ एडुकाम,इमेजेस लैब भी शामिल हैं। वहीं कुरूद के समीप सिर्री में ठेकेदार सप्लायर अभिषेक त्रिपाठी के घर में भी दबिश दी गई। तडक़े दो स्कार्पियो में पहुंचे अधिकारी करीब पांच छह घंटे की पड़ताल के बाद दस्तावेज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर लौट आए।

 

ईओडब्ल्यू अफसर 
सभी  ठिकाने पर दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच पड़ताल कर रहे है। ईओडब्लू की ये कार्रवाई उत्खनन से जुड़े कारोबारियों, बड़े सप्लायर और ब्रोकर से संबंधित बताई जा रही है। टीम संबंधित कारोबारियों के वित्तीय लेन-देन और ठेकों की जानकारी ले रही है। 
 

कौन हैं इन घोटालों के आरोपी
इस कार्रवाई के पहले भी डीएमएफ घोटाले में कई बड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है, जिसमें निलंबित आईएएस रानू साहू, आदिवासी विभाग की सहायक आयुक्त रह चुकी माया वारियर, व्यापारी सूर्यकांत तिवारी, पूर्व सीएम भूपेश बघेल की उपसचिव रह चुकीं सौम्या चौरसिया, कोरबा डीएमएफ की तत्कालीन नोडल अधिकारी भरोसाराम ठाकुर, राधेश्याम मिर्झा, वीरेंद्र कुमार राठौर, तत्कालीन जनपद सीईओ भुनेश्वर सिंह राज को गिरफ्तार किया था। वहीं, संजय शेंडे, ऋषभ सोनी और राकेश कुमार शुक्ला की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।


अन्य पोस्ट