अंतरराष्ट्रीय

रूस को ईरानी मिसाइल मिलने की रिपोर्ट पर ब्रिटेन ने कहा है कि इसने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल दिए जाने की बहस को नया मोड़ दे दिया है.
यूक्रेन के दौरे पर पहुंचे ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने बीबीसी से कहा, 'रूस के अंदर तक मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइलों को दिए जाने की बहस अब बदल गई है.'
लंदन में वार्ता के बाद लैमी और अमेरिकी विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन यूक्रेन की राजधानी कीएव पहुंचे और लैमी ने कीएव को 60 करोड़ पाउंड की मदद देने का एलान किया.
वहां उन्होंने राष्ट्रपति व्लोदिमीर ज़ेलेंस्की से मुलाक़ात की. ज़ेलेंस्की अपने सहयोगियों से लंबी दूरी की मिसाइल की आपूर्ति और इस्तेमाल किए जाने की इजाज़त दिए जाने की लगातार मांग कर रहे हैं.
अमेरिका और ब्रिटेन ने रूस के अंदर तक मार करने वाली लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल की अभी तक इजाज़त नहीं दी है क्योंकि जंग और भड़कने का ख़तरा है.
बुधवार को ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस के ख़िलाफ़ युद्ध में कीएव की जीत मुख्यतया “अमेरिका के समर्थन पर निर्भर करती है.”
यूक्रेन के विदेश मंत्री एंद्री साइबिहा ने कहा कि लंबी दूरी की मिसाइलों से प्रतिबंध हटाना, ऐसे समय ज़रूरी हो गया है, जब ऐसी ख़बरें हैं कि रूस को ईरान मिसाइलें दे रहा है.
लैमी ने बीबीसी से कहा कि ईरान रूस को बैलिस्टिक मिसाइलें दे रहा है और अब उसकी सेना यूक्रेन के अंदर तक मार कर सकती है.
उन्होंने कहा, “यह बहुत ख़तरनाक है. रूस अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. इसलिए हमें यूक्रेन की अधिक मदद करनी होगी.” (bbc.com/hindi)