अंतरराष्ट्रीय

हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान इसराइल के हमलों में 135 लोग मारे गए हैं.
मरने वालों में ग़ज़ा के सबसे दक्षिणी इलाक़े राफ़ाह के एक ही घर के 10 लोग भी हैं, जिनके यहां दो विस्थापित परिवारों ने शरण ली थी.
ग़ज़ा के अन्य इलाक़ों में इसराइली बमबारी से विस्थापित लोगों के रफ़ाह पहुंचने से इस शहर की आबादी बढ़कर 10 लाख से अधिक हो गई है.
इस बीच ग़ज़ा से भी दक्षिणी इसराइल पर रॉकेट दागे गए हैं.
रफ़ाह निवासी समीर क़ेश्ता ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया है कि इसराइल की बमबारी में उनका घर पूरी तरह से बर्बाद हो गया. हमले के वक़्त वो और उनकी पत्नी बाहर गए हुए थे.
उन्होंने कहा, "इस घर ने मुझे और मेरे बच्चों को आश्रय दिया. हम शांतिप्रिय लोग हैं. उन्होंने बिना पूर्व चेतावनी के हम पर हमला कर दिया."
इसराइली सेना ने 'इंसानी ज़रूरतों के लिए' पहले किए हमलों के बाद रफ़ाह में चल रही सैन्य कार्रवाई को कुछ वक़्त के लिए रोका था.
इसराइल का कहना है कि वो हमास के सदस्यों और उनके बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहा है. उसने दावा किया कि वो हताहतों की संख्या कम करने की कोशिश कर रहा है.
वहीं टेलीग्राम पर किए एक पोस्ट में ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ़ अल-कुद्रा ने बताया कि रफ़ाह का बुनियादी ढांचा और चिकित्सा सुविधाएं 13 लाख विस्थापितों की ज़रूरतों को पूरा नहीं कर सकती. (bbc.com/hindi)