सामान्य ज्ञान
उत्तरायण
10-Jun-2022 1:53 PM
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सूर्य की मकर रेखा से उत्तर की ओर की गति उत्तरायण कहलाती है। क्रम से सूर्य के दो अयन होते हैं- उत्तरायण और दक्षिणायण। सूर्य 23 दिसंबर से दक्षिण अयन सीमा से उत्तर की ओर बढऩे लगता है और 21 जून को उत्तरी अयन सीमा पर पहुंचता है। इसी परिवर्तन से ऋतुओं में भी परिवर्तन होता है। धार्मिक विश्वासों और क्रियाकलापों में भी इसका महत्व है। उत्तरायण या दक्षिणायण के आरंभ में दान की बड़ी महिमा बताई गई है।
भीष्म पितामह ने भी अपनी मृत्यु के लिए सूर्य के उत्तरायण होने की प्रतीक्षा की थी और वे दस दिनों तक घायल अवस्था में शर-शय्या पर लेटे रहे थे। उन्हें इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था।
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