सामान्य ज्ञान
आजादी के पहले भारत में हुए अनेक आंदोलनों और विद्रोह में से एक था मोपला विद्रोह। वर्ष 1921 में ही मलाबार क्षेत्र में मोपला विद्रोह हुआ था। दक्षिण भारत में किसानों द्वारा किया गया यह पहला विद्रोह था। शुरुआत में यह अंग्रेज सरकार के खिलाफ था, लेकिन बाद में इसे साम्प्रदायिक रूप से दया गया, क्योंकि मोपलों द्वारा कुछ हिन्दू जमींदारों की हत्या कर दी गई थी।
इस प्रकार वर्ष 1921 तक किसानों का कोई संगठन नहीं था। सबसे पहले वर्ष 1923 में रैयत सभा और किसान मजदूर सभा का गठन किया गया। उसके बाद वर्ष 1925 में कामगार और किसान दल बना। जल्द ही भारत के विभिन्न भागों में इसी प्रकार के अनेक दल बने। 1927 में बिहार किसान सभा की स्थापना हुई। बाद में 1934 में सहजानंद सरस्वती के प्रयत्नों से इस संगठन का विस्तार किया गया। 1935 में अखिल भारतीय किसान , संगठन सामने आया। यह किसानों के लिए निश्चित रूप से एक उपलब्धि थी, क्योंकि इससे वे राष्ट्रीय स्तर पर संगठित होने में सफल हुए। इस संगठन ने किसानों की उन्नति के लिए काफी प्रयत्न किए और इसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से भी जोडऩे की कोशिश की।


