सामान्य ज्ञान
कान की सफाई जरूरी होती है लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी ये बात है कि आप कैसे उसको साफ करते है। अक्सर घरों में सलाई में रूई लगाकर या हेयर पिन से कान साफ करते रहे है। ये ठीक नहीं है। इससे कानों को नुकसान पंहुचता है। आजकल सैलून और ब्यूटी पार्लर में ईयर कैंडलिंग का काफी चलन में है। इसका प्रयोग कान का मैल निकलाने के लिए किया जाता रहा है। प्राचीन ईजिप्ट में ईयर कैंडलिंग की प्रक्रिया बहुत लोकप्रिय रही है। हालांकि इसे भी सुरक्षित नहीं माना जाता है।
कानों की मैल को दूर करने के लिए ईयर कैंडलिंग का तरीका लंबे समय से अपनाया जा रहा है। इस नुस्खे के तहत टिशु से कान को कवर करके मोमबत्ती जलाई जाती है। इसमें मोमबत्ती का एक कोना कान के भीतर होता है और दूसरे पर चिंगारी रहती है। इसमें नीचे की तरफ भाप आती है जो सीधे कान में जाती है। जिससे कान का मैल गर्म होकर पिघल जाता है। यह उपाय वे लोग अकसर अपनाते हैं जिनके कान में खुजली या जलन रहती है।
मोमबती के सिरे पर लगी आग की वजह से यह प्रक्रिया काफी खतरनाक साबित हो सकती है। कान में मोमबत्ती जलाकर मोम डालने से भी मैल नहीं निकलेगी। इससे कान जाम हो सकते हैं या फिर संक्रमण का खतरा रहता है। एफडीए इस मामले में चेतावनी देती है कि ऐसा करने से न केवल कान की नली बंद हो सकती है बल्कि कान का पर्दा भी फट सकता है। इससे त्वचा के अन्य अंगों के जल जाने का खतरा भी रहता है।


