सामान्य ज्ञान
दक्षिण सूडान या जनूब-उस-सूडान (दक्षिणी सूडान गणतंत्र) अफ्रीका का नया देश है। यह विश्व का 196वां स्वतंत्र देश, संयुक्त राष्ट्र का 193वां सदस्य तथा अफ्रीका का 55वां देश है। दशकों के खून खराबे के बाद दक्षिण सूडान को आजादी मिली है। चारों तरफ धरती से घिरे इस देश को सागर तक पहुंचने के लिए सूडान की मदद लेनी होती है। सूडान इसके तेल व अन्य सामान को पोर्ट सूडान तक लाने-ले जाने के लिए रास्ता दे रहा है। नए देश की खासियत यह होगी कि यह अपने शहरों का विकास पशुओं और फलों की आकृति के आकार में विकसित करेगा। राजधानी जुबा को गेंडे के आकार में बनाने की योजना है।
फिलहाल दशकों तक चले गृहयुद्ध के बाद सूडान से अलग होकर 2011 में अस्तित्व में आये नए देश दक्षिण सूडान में नेतृत्व को लेकर जारी तनातनी के कारण स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है जिससे यहां गृहयुद्ध की आशंका प्रबल हो गई है। तेल के अकूत भंडार दक्षिण सूडान में यह सारा विवाद तब शुरू हुआ जब डिंका समुदाय से संबद्ध राष्ट्रपति सल्वा कीर ने न्यूएर कबीले से संबद्ध पूर्व राष्ट्रपति रीक माशर पर षडयंत्र करके तख्तापलट करने की कोशिश का आरोप लगाया।
इसके बाद दोनों के समर्थकों के आपसी संघर्ष में करीब 600 लोग मारे गए हैं। दोनों दिग्गज नेताओं की आपसी रंजिश ने अब सेना और प्रशासन को भी दो गुटों में बांटना शुरू कर दिया है। भारत ने वहां के तेल क्षेत्र से अपने सभी अधिकारियों को निकाल लिया है और तेल संयंत्रों को बंद कर दिया। इसके साथ ही भारतीय नागरिकों को देश को छोडऩे की सलाह दी।


