सामान्य ज्ञान

महाराष्ट्र के भक्तिकालीन संत
22-Dec-2021 10:53 AM
महाराष्ट्र के भक्तिकालीन संत

1. रामदास- संत रामदास शिवाजी के आध्यात्मिक गुरु थे। इन्हें समर्थ रामदास भी कहा जाा है। कृष्णा नदी के तट पर चफाल नामक स्थान पर इनका मुख्य कार्यक्षेत्र था। उनकी प्रमुख आध्यात्मिक रचना- दासबोध है।

2. एकनाथ- इनका जन्म पैठण (औरंगाबाद) में हुआ था। एकनाथ ने  व्यवहारिक और आध्यात्मिक जीवन के सामंजस्य का समर्थन किया और वैराग्य के अलावा गृहस्थी के लिए भी भक्ति द्वारा मोक्ष का मार्ग बताया।

3. नामदेव- संत नामदेव का जन्म एक गरीब दर्जी परिवार में हुआ था। यह विठोबा  (विष्णु) के भक्त थे। वरकरी सम्प्रदाय की स्थापना में संत नामदेव की मुख्य भूमिका थी।  इनके भक्तिपरक मराठी गीतों का संग्रह -अभंग कहलाता है।

4. ज्ञानेश्वर- महाराष्टï्र में भक्ति आंदोलन के प्रणेता संत ज्ञानेश्वर को माना जाता है। उनका काल 13 वीं शताब्दी है। इन्होंने मराठी भाषा में गीता पर ज्ञानेश्वरी नामक टीका लिखी, जो विश्व की सर्वोत्तम रहस्वादी रचनाओं में एक मानी जाती है।

5. संत तुकाराम- इनका जन्म एक किसान परिवार में हुआ था। पारिवारिक समस्याओं और कष्टïों के कारण वे घर से बाहर रहने लगे और संतों के उपदेशों का अध्ययन और मनन करते हुए भक्ति का प्रचार करते रहे।


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