सामान्य ज्ञान
दुनिया में सबसे अधिक अफीम की खेती अफगानिस्तान में ही होती है। 2013 में अफग़़ानिस्तान में अफ़ीम की खेती पांच हज़ार पांच सौ टन तक पहुंच गयी जो एक रिकार्ड है। अफ़ीम अफग़़ानिस्तान की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़ दुनिया का 90 प्रतिशत अफ़ीम अफग़़ानिस्तान से आता है। ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय हर साल अफग़़ानिस्तान में अफ़ीम के उत्पादन का सर्वेक्षण करता है। वर्ष 2011 में हुए इसी सर्वेक्षण में ये बात सामने आई कि अफ़ीम की क़ीमत में 133 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। पहले अफ़ीम मुक्त घोषित किए जा चुके अफग़़ानिस्तान के तीन प्रांतों में कपिसा, उत्तर में बाग़लान और फऱयाब में मुख्य रूप से अफीम की खेती की जाती है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार अफग़़ानिस्तान में अफ़ीम की खेती न केवल यह कि अफग़़ान जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य और कल्याण के लिए ख़तरनाक है बल्कि क्षेत्र और पूरी दुनिया के लिए बहुत बड़ा ख़तरा है। इस पौधे की खेती अक्टूबर से अप्रैल के बीच की जाती है। यह एक औषधीय पौधा है। जिसका उपयोग पीड़ा की अनुभूति कम करने के लिए होता है। इसका ज्यादा इस्तेमाल शरीर में नकारात्मक प्रभाव देता है।


