सामान्य ज्ञान
वर्ष 2014 में ब्राजील में वल्र्ड कप फुटबॉल के मुकाबले होने जा रहे हैं। इस वल्र्ड कप में जो गेंद यानी फुटबॉल इस्तेमाल की जाएगी , उसे ब्रजूका नाम दिया गया है।
जर्मन कंपनी एडीडास की बनी आधिकारिक लाल, काले और सफेद रंग की गेंद को रियो द जनेरो में जारी किया गया है। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ फीफा ने इसे जारी किया है। वल्र्ड कप के मैच 12 जून, 2014 से खेले जाएंगे। इस गेंद की ढाई साल तक जांच की गई है। जिन 6 सौ मौजूदा और पूर्व फुटबॉलरों ने इसका टेस्ट किया है, उनमें अर्जेंटीना के मेसी से लेकर विश्व विजेता स्पेन के गोलकीपर और कप्तान कासियस तक शामिल हैं।
पिछली पीढ़ी के महान खिलाड़ी फ्रांस के जिनेदिन जिदान और जर्मन डिफेंडर बास्टियन श्वानश्टाइगर भी अपनी बूटों से इस गेंद को परख चुके हैं। एसी मिलान, बायर्न म्यूनिख और दूसरे बड़े क्लबों में इस गेंद की आजमाइश हो चुकी है। फीफा ने इसे ब्राजील के सम्मान में तय किया कि जिस दिन इस गेंद को रिलीज किया गया, उस दिन ब्राजील में पैदा हुए हर बच्चे को एक मुफ्त ब्रजूका दिया जाएगा।
ब्रजूका का मतलब स्थानीय भाषा में ब्राजीली होता है। इस नाम के चयन के लिए अच्छा खासा सर्वे किया गया, जिसमें 10 लाख ब्राजीली फैन शामिल हुए। लगभग 70 फीसदी लोगों ने ब्रजूका के हक में वोट किया, जबकि बोसा नोवा और कार्नावालेस्का नाम पर भी काफी चर्चा हुई। ब्राजील में विश्व कप फुटबॉल कुल 12 स्टेडियमों में खेला जाना है।


