सामान्य ज्ञान
खुबानी कैंसर रोधी विटामिन बी-17 का सबसे बड़ा त्रोत फल का एक प्रकार हैं। ऐसी खुबानियां, जो गोल, मुलायम और सुनहरी हों, स्वास्थ्य और स्वाद दोनों के लिए अच्छी होती हैं। सुनहरी खुबानियों को पकाना अच्छा लगता है। नाश्ते के रूप में ये बहुत ही उपयुक्त हैं। इनमें कई प्रकार के विटामिन और फाइबर होते हैं।
खुबानी की प्यूरी को वसा के विकल्प के तौर पर प्रयोग कर सकते हैं। इसकी प्यूरी आलूबुखारे की प्यूरी की तरह बहुत गहरे रंग की नहीं होती और न ही सेब की प्यूरी की तरह जल की अधिकता वाली ही होती है। खुबानी का उद्गम उत्तर पश्चिम के देशों विशेषकर अमेरिका का माना जाता है। कुछ समय बाद यह फल तुर्की पहुंचा। इस समय वहां खुबानी की पैदावार सबसे ज्यादा होती है।
खुबानी कई रंगों में आती है, जैसे सफेद, काले, गुलाबी और ग्रे रंग। रंग से खुबानी के फ्लेवर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता, लेकिन इसमें जो कैरोटीन होता है, उसमें जरूर अंतर आ जाता है। खुबानी का रंग जितना चमकीला होगा, उसमें विटामिन-सी और ई और पोटेशियम की मात्रा उतनी ही अधिक होगी। सूखी खुबानी में ताजी खुबानी की तुलना में 12 गुना लौह , सात गुना आहारीय रेशा और पांच गुना विटामिन ए होता है। सुनहरी खुबानी में कच्चे आम व चीनी मिला कर बहुत स्वादिष्ट चटनी बनती है। खुबानी का पेय भी बहुत स्वादिष्ट होता है, जिसे ‘एप्रीकॉट नेक्टर’ कहते हैं।
अवंतिकापुरी
अवंतिकापुरी, उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश के मऊ जिला के मुख्यालय, मऊ के निकट स्थित है। यह स्थान मुहम्मदपुर विकास खण्ड पर स्थित है। कहा जाता है कि राजा जन्मेजी ने पृथ्वी पर से सभी सांपों को मारने के लिए इस जगह पर एक यज्ञ का आयोजन किया था। यहां स्थित मंदिर और सरोवर भी काफी प्रसिद्ध है। काफी संख्या में लोग इस पवित्र सरोवर में स्नान करने के लिए आते हैं।


