गरियाबंद

गरियाबंद-पांडुका में मिले बाघ के पैरों के निशान, इसी क्षेत्र में घूम रहे 2 दंतैल हाथी
10-Sep-2025 7:45 PM
गरियाबंद-पांडुका में मिले बाघ के पैरों के निशान, इसी क्षेत्र में घूम रहे 2 दंतैल हाथी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजिम, 10 सितंबर। गरियाबंद जिले के पांडुका क्षेत्र में बाघ के पैरों के निशान देखे गए हैं। बताया जा रहा है कि इलाके में बाघ और दो हाथियों के आने से ग्रामीण दहशत में हैं। वन विभाग ने पांडुका रेंज के नागझर क्षेत्र में बाघ और पांडुका रेंज के मुरमुरा बीट में दो हाथियों के विचरण की पुष्टि की है। बाघ की मौजूदगी के बाद वन विभाग सतर्क हो गया है। इलाकों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को भी सतर्क कर दिया गया है।

बाघ के पैरों के निशान मिले

प्राप्त जानकारी के अनुसार, वन विभाग ने पांडुका रेंज के नागझर क्षेत्र में बाघ देखे जाने की आधिकारिक पुष्टि की है। विभाग को यहां बाघ के पैरों के निशान मिले हैं, जिन्हें प्लास्टर ऑफ  पेरिस से सुरक्षित किया जा रहा है। डीएफ ओ लक्ष्मण सिंह ने बताया कि बाघ धमतरी के मगरलोड ब्लॉक से पैरी नदी पार कर पांडुका पहुंचा है। अगर बाघ द्वारा शिकार की कोई सूचना मिलती है, तो उसके अनुसार आगे की तैयारी की जाएगी।

वन विभाग ने क्षेत्र के दर्जनों गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों से सतर्क रहने, अफवाह न फैलाने और किसी भी पुख्ता सूचना पर तुरंत वन विभाग को सूचित करने की अपील की है। ग्रामीणों से जंगल की ओर न जाने, अकेले बाहर न निकलने और सतर्क रहने की अपील की गई है। स्थिति पर नियंत्रण के लिए हाथी मित्र दल और ट्रैकिंग टीम तैनात की गई है, जो बाघ की गतिविधियों पर लगातार नजर रखेगी।

चिंगरापगार जाने पर प्रतिबंध

इसके अलावा, वन विभाग ने चिंगरापगार और गजपल्ला जलप्रपात जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल, बाघ के अलावा इस क्षेत्र में दो दंतैल हाथी विचरण कर रहे हैं।  ये हाथी पांडुका क्षेत्र के मुरमुरा बीट में दो दंतैल हाथी घूम रहे हैं। ये हाथी चांद दल के बीबीएमई और जीबीएमई हैं। वन विभाग की टीम लगातार हाथी पर नजर रखते हुए उसे ट्रैक कर रही है। वन विभाग के अनुसार, हाथी पागल डैम होते हुए झरझरा माता मंदिर की ओर आगे बढ़ गया है।

दर्जनों गांवों में अलर्ट

वन विभाग ने क्षेत्र के झरझरा माता मंदिर, मुरमुरा, फुलझर, खडऱाही, जमाही गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, छुईहा, चरौदा, जोगीडीपा, फुलझर, गनियारी आदि गांवों में भी सतर्क रहने की अपील की गई है। वन विभाग के अनुसार, हाथियों के कारण किसी प्रकार की जनहानि या मकानों को नुकसान नहीं पहुंचा है। लेकिन फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने ग्रामीणों को खेतों और जंगलों की ओर न जाने की चेतावनी दी है।


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