गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 29 अगस्त। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजिम के द्वारा संस्था की मुख्य प्रशासिका राज योगिनी प्रकाशमणि दादी जी के पुण्य स्मृति दिवस को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया गया।
इस उपलक्ष्य में श्रद्धांजलि एवं ब्रह्मा भोजन का कार्यक्रम रखा गया। दादी जी की जीवन में प्रकाश डालते हुए राजिम संस्था की संचालिका ब्रह्माकुमारी हेमा दीदी ने बताया की दादी का जन्म सिंध हैदराबाद में हुआ उनका बचपन का नाम कुमारका था संस्था में उनको सन्यास का अलौकिक नाम प्रकाशमणि दादी नाम दिया दादी जी का जैसा नाम था दादी जी ने पूरे विश्व में इस संस्था के ज्ञान का प्रकाश चारों दिशाओं में फैलाई दादी जी के मार्गदर्शन में 140 देश में सेवाओं का विस्तार हुआ 140 देश का संचालन करते हुए भी दादी जी रहती थी क्योंकि दादी जी हर कार्य को परमात्मा के डायरेक्शन अनुसार करती थी मन बुद्धि को पूरी विधि से परमात्मा में समर्पण कर कार्य किया दादी जी का कहना था निमित्त निर्माण निर्मल वाणी भगवान का कार्य है जिसको मैं निमित्त बनाकर कर रही हूं और कहती की फलदार वृक्ष निर्माण अर्थात झुकता है बिना फल का अकड़ के रहेगा उसके 50 सभी भाई बहनों ने मिलकर दादी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दिए एवं ब्रह्मा भोजन कराया गया।


