गरियाबंद

अजमेर दादाबाड़ी कलश यात्रा का कल होगा आगमन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 14 अगस्त। पर्वाधिराज पर्व पर्युषण के एक सप्ताह पूर्व पर्व की अगुवानी एवं बधाने के लिए स्थानीय श्वेताम्बर जैन मंदिर प्रांगण में अक्षय निधी, समवशरण, विजयकषाय तप, अरिहंत पद आराधना आदि तपस्याओं का शुभारंभ हुआ। दादाबाड़ी में प्रभु की प्रतिमा की स्थापना की गई।
इस प्रसंग पर कुंभ कलश स्थापना का लाभ सोनराज अजय कोचर परिवार, सामपूजा एवं स्थापना का लाभ हुकुमचंद पारख परिवार, धूप पूजा का लाभ संपतलाल हेमंत चौरडिय़ा परिवार एवं अखंड दीप स्थापना का लाभ गुलाबचंद बंगानी परिवार ने लिया। नमिता बोथरा एवं शशि गोलछा ने विधी विधान पूर्वक क्रिया संपन्न कराई। सैकड़ों श्रावक श्राविकाओं ने अपनी तपश्चर्या का शुभारंभ किया। मानताराभवन में आज के एकासने के लाभार्थी ऋषभचंद बोथरा का बहुमान संघ प्रमुख शेखर बाफना एवं ट्रस्टी आशीष टाटिया ने किया।
अजमेर दादाबाड़ी कलश यात्रा का आगमन
प्रथम दादा गुरुदेव श्री जिनदत्त सूरिजी म. सा. के 871 वर्ष प्राचीन समाधि स्थल का जीर्णोद्वार नगर के नंदन पू.जिनपीयूष सागर सूरिजी म. सा. की पावन निश्रा में संपन्न होगा। इस उपलक्ष्य में पवित्र कलशों में आचार्य, उपाध्याय, गणि एवं सभी गुरू भगवंतो के आशीर्वाद स्वरुप वासक्षेप एवं देशभर के संघों के गुरुभक्तों द्वारा स्वर्ण, रजत, माणक, मोती संग्रहित किया जाएगा, जो अजमेर दादाबाड़ी के शिलान्यास प्रसंग पर गहन शिलाओं के मध्य प्रतिष्ठित किया जाएगा।
अजमेर से प्रस्थित कलश यात्रा कल 13 अगस्त 2025 को प्रात: नवापारा पहुंच रही है। प्रात: 10 बजे गांधी चौक श्वेताम्बर जैन मंदिर से कलश यात्रा प्रारंभ होकर पुराना बस स्टैंड, सदर रोड, जोहन गली, गंज रोड होते हुए वापस श्वेताम्बर जैन मंदिर पहुंचकर गुणानुवाद सभा में परिवर्तित होगी। प्रात: 8.30 बजे सकल श्री संघ सदस्यों के नवकारसी की व्यवस्था मानतारा भवन में रखी गई है। संघ प्रमुख शेखर बाफना ने सकल श्रीसंघ सदस्यों से उपस्थिति की अपील की है।