गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 18 जुलाई। गरियाबंद जिले के तहसील मुख्यालय मैनपुर से 3 किमी दूर भाटीगढ़ में संचालित ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) में बीते तीन माह से चल रही महुआ फूल और सामानों की चोरी का बड़ा खुलासा हुआ है।
ग्रामीणों के स्व-सहायता समूह द्वारा खरीदे गए सैकड़ों बोरी महुआ में से 100 से अधिक बोरे गायब हो गए, साथ ही सेंटर में लगे कई पंखे और मोटर पंप भी चोरी हो गए। मैनपुर पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी का सामान महुआ फुल के बोरे, दो मोटर पंप, पंखे और अन्य सामग्री जब्त की है मैनपुर थाना परिसर में आरोपियों को प्रस्तुत कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
मैनपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 16 जुलाई को जनपद पंचायत मैनपुर बीपीएम प्रार्थी हेमंत तिर्की द्वारा थाना मैनपुर आकर रिपोर्ट दर्ज की कि ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) ग्राम पंचायत भाठीगढ में कुछ अज्ञात चारों के द्वारा भंडार कक्ष से 5 सीलिंग फेन किमती 15000 रू., 100 बोरी महुआ किमती 2,20,000 रू. सिलाई मशीन 5 नग 30,000 रू., 01 नग बोर पम्प से 05 एचपी किमती 15,000 रू. कुल जुमला 2,80,000 रू. के सामान को किसी अज्ञात चोर के द्वारा चोरी कर ले जाने का रिपोर्ट दर्ज कराया।
थाना प्रभारी मैनपुर शिवशंकर हुर्रा के द्वारा थाने से टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी हेतु मुखबिर लगा दिया। मुखबिर की निशानदेही पर संदेही आरोपी मनोहर कुम्हार भठगांव, संतोष चक्रधारी भठगांव, किशोर यादव भाठीगढ़, दुष्यंत चक्रधारी भाठीगढ़, घनश्याम साण्डे भाठीगढ़, टेमनलाल साहू हरदीभाठा, पुरूषोत्तम यादव भठगांव को पुलिस अभिरक्षा में लेकर घटना के संबंध में बारी-बारी से पुछताछ करने पर सभी आरोपियों के द्वारा अपना-अपना जुर्म स्वीकर किया। आरोपियों के कब्जे से चोरी के एक सीलिंग फेन, 2 सिलाई मशीन, एक सब मर्सिबल पंप, 2 प्लास्टिक पाईप, 71 कट्टा महुआ एवं चोरी के घटना में प्रयुक्त दो मोटर साइकिल को जब्त कर कब्जा पुलिस लिया गया।
आरोपियों के विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है। इस कार्यवाही में थाना मैनपुर टीम की विशेष भूमिका रही।
मैनपुर थाना प्रभारी ने बताया कि यह सुनियोजित चोरी की वारदात थी, जिसमें करीब 10 से 15 लोगों का गिरोह सक्रिय था। आरोपियों ने महुआ बोरे चुराकर उन्हें अलग-अलग स्थानों पर बेच दिया था। पुलिस ने लगातार निगरानी और मुखबिरी के माध्यम से इस पूरे नेटवर्क को ट्रैक कर सफलता हासिल की है। फरार आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर दबिश दी जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के सभी सदस्य जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।