गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 13 जून। कबीर आश्रम में संत कबीर का प्रकाटय उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष चंदू लाल साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब कबीर का जन्म हुआ, तब अंधविश्वास, छुआछूत, ऊंच नीच, धर्म में आडंबर चहुंओर व्याप्त था। अकबर का शासन था। कबीर का प्रकाटय इसे दूर करने के लिये हुआ। उन्होंने हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय को फटकार लगाया।
श्री साहू ने आगे कहा कि मुस्लिम समुदाय को फटकारते हुए कहा कि भेदभाव को खत्म करो। उस समय संत कबीर साहेब को मारने की धमकीं मिला। लेकिन इसकी परवाह उन्होंने नहीं की और समाज सुधार के कार्यों में लगे रहे। उन्होंने कि संत कबीर ने मानव की बुद्धि पर जोर देते हुये कहा कि अपनी बुद्धि से काम करें। ना कि कुरीतियों को देखकर। मानव तन को इन्होंने धन्य बताया। बलि प्रथा को बंद करने पर जोर दिया। इस अवसर पर अतिथियों का कबीर आश्रम के अध्यक्ष मेघनाथ साहू, प्रहलाद गंधर्व ने सफेद साफा और श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत सदस्य इंद्रजीत महाडिक, भाजपा मंडल अध्यक्ष रिकेश साहू, पार्षद सुरेश पटेल, बलराम यादव, जग्गू ठाकुर, संतोष सोनकर मंडल,रामकुमार साहू, आनंद राम साहू, नारायण साहू,मोहन साहू, विश्वनाथ ठाकुर, ठाकुर राम साहू, तुलाराम साहू, प्रहलाद साहू, सहित संतगण एवं अनुयाई मौजूद थे।