गरियाबंद

परसदा में गायत्री महायज्ञ बाल संस्कार शाला शुभारंभ
10-Jun-2025 4:01 PM
परसदा में गायत्री महायज्ञ  बाल संस्कार शाला शुभारंभ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा-राजिम, 10 जून। समीपस्थ ग्राम परसदा में गायत्री जयंती, गंगा दशहरा व गायत्री मंदिर स्थापना दिवस के अवसर पर एक कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन समस्त गायत्री परिजनों एवं ग्रामवासियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ।

 इस अवसर पर नव प्रशिक्षित देवकन्या एवं यज्ञ संचालिका खुमन साहू,अंजलि साहू, संजू साहू एवं उमेश्वरी साहू के द्वारा गायत्री यज्ञ संपन्न हुआ. जिसमें रानी तारक का पुंसवन संस्कार किया गया।ज्ञात हो कि ग्राम मोहंदी में विगत दिनों कन्या कौशल शिविर में परसदा से आठ बालिका खुमन, दामिनी,धात्री, अनामिका,अंजलि, सिमरन,खुशबू और संजू ने यज्ञ कर्मकांड एवं बाल संस्कार शाला चलाने,योग प्राणायाम का विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त की। वहीं प्रशिक्षण उपरांत ये कन्याएं गृह ग्राम परसदा में साप्ताहिक गायत्री यज्ञ,योग,आसन, प्राणायाम एवं संगीत की कक्षा संचालित कर रही हैं। यज्ञोपरांत सरपंच रमेश वर्मा, उपसरपंच तारिणी साहू, पूर्व जनपद सभापति डिगेश्वरी वर्मा, पूर्व सरपंच भारती हिरवानी, पंच लुकेशलता साहू, पंच कल्पना वर्मा, राधिका वर्मा गायत्री वर्मा, ठाकुरराम साहू, मौसमी माला साहू की गरिमामयी उपस्थिति में बाल संस्कारशाला का शुभारंभ एवं बाल संस्कार चलाने वाली देवकन्याओं आचार्यावरण, तिलकवंदन,श्रीफल एवं गायत्री मंत्र चादर, गायत्री मंत्र लेखन पुस्तक भेंटकर शुभकामनाएं दिए।  सर्वप्रथम गायत्री परिवार के यज्ञ पुरोहित एवं सेवानिवृत व्याख्याता यशवंत वर्मा ने बाल संस्कारशाला की आवश्यकता एवं महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कार शाला शिक्षा के साथ साथ बच्चों में अच्छे संस्कारों और मूल्यों को भी विकसित करने का प्रयास करती है।

 

 

डिगेश्वरी वर्मा पूर्व जनपद सभापति ने मनुष्य में देवत्व का उदय एवं आधुनिक युवा पीढ़ी को कुसंग से बचाने के लिए बाल संस्कार शाला को आवश्यक बताया.वहीं संस्कार शाला बच्चों को जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए तैयार करती है. पूरन लाल साहू वरिष्ठ सदस्य ने आज के चुनौतीपूर्ण परिवेश, विकृत हो रहे संस्कृति को बचाने के लिए बच्चों को संस्कारित होना बहुत जरुरी है।संस्कार शाला बच्चों में आत्म सम्मान और आत्म विश्वास विकसित करने में मदद करती है।


अन्य पोस्ट