मनोरंजन
सरोज खान के काम की जितनी तारीफ की जाए वो कम है। एक दिन ऐसा भी था जब 8 महीने की अपनी बेटी का शव को दफन करने के तुरंत बाद उन्होंने दम मारो दम की शूटिंग के लिए उसी शाम ट्रेन पकड़ ली थी।
सरोज खान अब इस दुनिया से दूर चली गई हैं, लेकिन बॉलिवुड को जितना उन्होंने दिया है उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। अपने करियर में 2000 से अधिक गानों को कोरियॉग्राफ कर चुकीं सरोज खान को '"The mother of Choreography in India' ' का टैग दिया गया है। हालांकि, सरोज खान के लिए यहां तक पहुंचने का सफर बहुत मुश्किल भरा रहा है। उन्होंने पर्सनल लाइफ में इतने बुरे दिन देखे हैं, जिसके बाद अक्सर लोग हार मान लेते हैं, लेकिन सरोज खान हार मानने वालों में से नहीं थीं। एक ऐसा ही किस्सा उनकी बेटी की मौत से जुड़ा है।
साल 2014 में अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने अपनी लाइफ से जुड़ी इस दर्दनाक घटना को लेकर खुद बातें की थीं। सरोज खान ने 13 साल की उम्र में डांस मास्टर सोहनलाल से शादी रचाई जो उनसे करीब 28 साल बड़े थे। 14 साल में उन्हें बेटा भी हो गया, जिसका नाम उन्होंने राजू (हामिद खान) रखा। इसके बाद उन्हें एक बेटी हुई, जो महज 8 महीने ही जिंदा रही। सरोज खान ने अपने इंटरव्यू में इसी घटना का जिक्र करते हुए कहा था, मेरी बेटी 8 महीने और 5 दिन की थी, जब उसका निधन हो गया। उसे दफन करने के बाद उसी दिन शाम को 5 बजे मैंने फिल्म हरे रामा हरे कृष्णा के गाने दम मारो दम की शूटिंग के लिए ट्रेन पकड़ ली।
इसके बाद सरोज खान को सोहनलाल से एक और बेटी हुई, जिसका नाम कुकू रखा और फिर उनकी यह शादी टूट गई। हालांकि साल 2011 में सुकैना का भी निधन हो गया और एक बार फिर सरोज खान पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। हालांकि, इस दौरान पर लगातार काम करती रहीं सरोज खान। सोहनलाल से अलग होने के बाद सरोज खान ने इसके बाद सरदार रोशन खान से शादी की थी और उन्हें उनसे एक बेटी सुकैना हुईं। (नवभारत टाईम्स)


