दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 16 जुलाई। जिले में इन दिनों धान रोपाई का कार्य जोरशोर से चल रहा है। 39 प्रतिशत रोपाई का कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं पिछले दिनों हुई बारिश के बाद बोता खेत में बियासी व चलाई के कार्य भी धीरे धीरे जोर पकड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक जिले में गत वर्ष किसानों ने 33740 हेक्टेयर में धान का रोपा रखा था। जारी खरीफ में 34080 हेक्टेयर में रोपा का लक्ष्य है। इसके विरुद्ध अब तक 13277 हेक्टेयर में धान की रोपाई की चुकी है अर्थात 38.96 प्रतिशत रोपाई पूरी कर ली गई है। उप संचालक कृषि के मुताबिक बोनी का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। जिन किसानों द्वारा बोता पद्धति से धान की खेती की जा रही है इनमें 10 प्रतिशत ने बियासी भी पूरी कर ली है। उनकी माने तो बहुत से किसान अब बियासी नहीं करते हैं, वे धान की चलाई करते हैं।
अब बोता क्षेत्र के 20 प्रतिशत क्षेत्र में चलाई का कार्य पूरा हो चुका है। जिले में इस साल कुल 134830 हेक्टेयर में धान फसल का क्षेत्राच्छादन लेने लक्ष्य है, इनमें 102055 हेक्टेयर में क्षेत्राच्छादन पूरा हो गया है। जानकारी के मुताबिक जिले में गत वर्ष किसानों ने खरीफ में 1702 हेक्टेयर में विभिन्न प्रकार की तिलहनी फसलें ली थी।
जारी खरीफ में 1802 हेक्टेयर में खरीफ फसल लेने का लक्ष्य है, इसके विरुद्ध अब तक किसान 1662 हेक्टेयर तिलहनी फसलों के लिए बोनी कर चुके हैं जो कि कुल लक्ष्य का 92.22 प्रतिशत है। इसी प्रकार गत वर्ष जिले के किसानों ने 798 हेक्टेयर में अरहर, मूंग, उड़द आदि दलहनी फसलें ली थी। इस बार खरीफ में 918 हेक्टेयर में दलहनी फसल लेने का लक्ष्य है। इसके विरुद्ध अब तक 404 हेक्टेयर में दलहनी फसलों का क्षेत्राच्छादन पूरा हो चुका है जो कुल लक्ष्य का 44 प्रतिशत है।