दुर्ग

नहीं मिल रहा डीएपी खाद किसान परेशान
30-Jun-2025 5:03 PM
नहीं मिल रहा डीएपी खाद किसान परेशान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 30 जून।
समितियों में डीएपी खाद नहीं मिल पा रहा है इससे जिले में किसान परेशान हैं। अधिकारी उन्हें डीएपी की शार्टेज बताकर वैकल्पिक खाद का उपयोग करने सलाह दे रहे हैं, मगर किसान डीएपी की जगह दूसरी खाद लेने को तैयार नहीं है।
वहीं खाद की इस समस्या को लेकर विभिन्न संगठन आंदोलन करने रणनीति बना रहे हैं। धमधा क्षेत्र के प्रगतिशील कृषक एवं जिला पंचायत सदस्य दानेश्वर साहू का कहना है कि उनके क्षेत्र के एक भी समिति में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। वहीं दूसरी ओर बाजार में जहां डीएपी खाद उपलब्ध है उसे दुकानदार किसानों को 1800 रूपए प्रति बोरी के हिसाब से दे रहे हैं जबकि इसकी मूल कीमत 1350 रूपए हैं। अच्छी बारिश होने पर धान की रोपाई शुरू हो जाएगी मगर डीएपी नहीं मिलने से वे दुविधा में है।
जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राकेश ठाकुर का कहना है कि समितियों में डीएपी खाद नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में इसकी शार्टेज बताकर किसानों को एनपीके दिया जा रहा है जो कि दलहन तिलहन आदि के लिए है। एनपीके में 20 प्रतिशत फास्फोरस होता है जबकि डीएपी में यह 46 प्रतिशत होता है जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाकर उत्पादन बढ़ाता है।

 

डीएपी की खाद नहीं मिलने पर अनावरी रिपोर्ट में उत्पादन कम आएगा। सरकार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी से बचने डीएपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं करा रही है।
बताया जा रहा है कि सहकारी समिति बीच-बीच में खानापूर्ति के लिए नाममात्र खाद भेजे जा रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि बीच-बीच में डीएपी खाद आ रही है मगर कुल जरूरत का लगभग 25 प्रतिशत ही मिल पा रही है। डीएपी की लगातार मांग आ रही है इसके विकल्प के रूप में दूसरी खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, मगर किसान दूसरी खाद नहीं ले रहे हैं। डीएपी संकट को लेकर जिले भर की सहकारी समितियों में कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन द्वारा खाद और बिजली की समस्या के मुद्दों पर  बुधवार 2 जुलाई को दोपहर 12 बजे पटेल चौक दुर्ग में प्रदर्शन किया जाएगा और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।


अन्य पोस्ट