दुर्ग

22 वर्षों बाद मिले साक्षरता अभियान के कार्यकर्ता, अनुभव साझा किए
10-Jun-2025 4:35 PM
22 वर्षों बाद मिले साक्षरता अभियान के कार्यकर्ता, अनुभव साझा किए

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 10 जून।
जि़ले में 90 के दशक में चले साक्षरता अभियान में अपनी सक्रिय भागीदारी देने वाले कार्यकर्ताओं का एक पुनर्मिलन सम्मेलन साक्षरता मित्र मंच के तत्वावधान में भिलाई में संपन्न हुआ। इस आयोजन में साक्षरता अभियान व उसके बाद सामाजिक परिवर्तन में सतत क्रियाशील विशिष्ट साथियों डॉ. डीएन शर्मा, पद्मश्री शमशाद बेग़म,  पद्मश्री डोमार सिंह कुंवर, विभाष उपाध्याय, डॉ. चुन्नीलाल शर्मा, अनिता उपाध्याय, रामकुमार वर्मा एवं बी पोलम्मा का सम्मान किया गया।

22 वर्षों बाद इस आयोजन में मिले सभी साथियों ने बड़े उत्साह और भावुकता के साथ अपने अनुभव साझा किए। पद्मश्री शमशाद बेग़म ने गुण्डरदेही के एक मुस्लिम मोहल्ले में उनके द्वारा आरंभ साक्षरता कक्षा से पद्मश्री प्राप्त करने तक की अपनी यात्रा के अनुभव बतलाए। पद्मश्री  डोमार सिंह कुंवर ने कला जत्थों के माध्यम से जिले में साक्षरता हेतु जन चेतना जागृत करने में नाचा जैसी लोक शैलियों के अनुप्रयोग के विषय में बतलाया।

डॉ. चुन्नीलाल शर्मा ने साक्षरता अभियान में जीवन यदु, मुकुंद कौशल, परदेसी राम वर्मा, शरद ककास जैसे रचनाकारों व लोक कलाकारों की भूमिका का स्मरण किया। विभाष उपाध्याय ने जि़ले में मितानिन कार्यक्रम के माध्यम से जनस्वास्थ्य के प्रति जागरण व जलग्रहण क्षेत्रों में भूमि व जल संरक्षण संबंधी जन चेतना जागृत करने में कलाकारों की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रशांत पांडे ने जि़ले में साक्षरता अभियान में सहभागी रहे और साथियों को जोडक़र साक्षरता मित्र मंच संगठन बनाने का सुझाव दिया।
सुनील मिश्रा ने साक्षरता मित्र मंच के माध्यम से शैक्षणिक व सामाजिक गतिविधियों को संचालित करने की राय रखी। इंदौर से आयी एक पूर्व कार्यकर्ता अनूपा मढ़रिया ने बताया कि साक्षरता अभियान में प्राप्त सीख के आधार पर वे अब देश के 14 राज्यों में महिलाओं, जेंडर, पंचायतीराज संबंधी प्रशिक्षण प्रदान कर पा रही है। घनश्याम देवांगन ने मैदानी क्षेत्र पर साक्षरता कक्षाओं के दृश्य को उपस्थित करते हुए बतलाया कि कैसे देर रात तक स्वयंसेवी अक्षर सैनिक निरक्षरों को साक्षर बनाने में जुटे रहे। शरद कोकास ने साक्षरता अभियान के दौरान लिखी अपनी रचनाओं का पाठ किया ।

 

श्री शर्मा ने कहा कि जिला साक्षरता समिति द्वारा संचालित साक्षरता व उत्तर साक्षरता अभियान, मितानिन जैसे जनस्वास्थ्य कार्यक्रम, लाइफ़ लाइन एक्स्प्रेस शल्य चिकित्सा शिविरों, जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन परियोजनाओं जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम व्यापक जन भागीदारी से ही सफलता प्राप्त कर सके। रत्ना साहू  ने महिलाओं के लिए विधिक साक्षरता, परिवार परामर्श केंद्र व निशक्त जन परामर्श केंद्र से संबंधित कार्यक्रमों में सहभागी चिकित्सकों, विशेषज्ञों व कार्यकर्ताओं का स्मरण किया। दिनेश कुमार टॉक, विवेक अग्रवाल, शिवराज शुक्ला ने अपने प्रेरक गीतों के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त की। इस अवसर पर राम कुमार वर्मा, प्रेमलता मढ़रिया, केशव शर्मा, कुशल ठाकुर, एमपी शुक्ला, डा. शैल वर्मा, टिकेश्वरी देशमुख ने भी विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का संचालन दिनेश सिंह ने किया तथा आभार प्रदर्शन एसएस परिहार ने किया। इस अवसर पर महेश चतुर्वेदी, रत्ना नारमदेव, सिंह ओम प्रकाश वर्मा, रवि शर्मा, चंद्रपाल हरमुख, ममता यादव, शारदा मेश्राम, यशवंत धोटे, पवित्रा शर्मा, डा अंजना श्रीवास्तव व सरोज सिंह आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।


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