दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 9 मई। सीजी 10वीं-12वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम बुधवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा जारी किया गया। इस बार दुर्ग जिले के पांच विद्यार्थियों ने दसवीं बोर्ड की मेरिट लिस्ट में जगह बनाने कामयाब हुए। इन मेरीटोरियस छात्र-छात्राओं ने कहा कि मोबाइल का उपयोग केवल स्टडी मैटेरियल के लिए किया गया। अमूमन मोबाइल से दूर ही रहे। रोजाना कम से कम 5 घंटे की नियमित पढ़ाई से उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
12वीं बोर्ड की मेरिट में एक भी विद्यार्थी जगह नहीं बना सके। वैसे इस बार 12वीं बोर्ड के रिजल्ट दसवीं की अपेक्षा बेहतर है। जिले में 12वीं बोर्ड का परीक्षाफल 82.91 फीसदी है, जो प्रदेश के परीक्षा फल 81.87 फीसदी से अधिक है। दसवीं बोर्ड में प्रदेश स्तर के परीक्षा परिणाम से दुर्ग जिले का परीक्षाफल कम है। एक ओर जहां प्रदेश का परीक्षा परिणाम 76.53त्न है। वहीं दुर्ग जिले का 71.53 है। जाहिर है दसवीं बोर्ड में 4 फीसदी की गिरावट आई है। दुर्ग जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों की पढ़ाई अन्य स्कूलों की तुलना में बेहतर है। यही वजह है कि दसवीं बोर्ड में मेरिट में आए तीन विद्यार्थी स्वामी आत्मानंद स्कूल से हैं। दो अन्य विद्यार्थी में से एक प्रयास विद्यालय तथा दूसरा सरस्वती शिशु मंदिर से है। पिछले वर्ष की परीक्षाफल से तुलना करें तो इस बार दसवीं में थोड़ी गिरावट आई है। 12वीं का परीक्षा फल लगभग पिछले वर्ष जैसा ही है।
10वीं-12वीं रिजल्ट के बारे में जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा का कहना है कि शासकीय विद्यालयों से बच्चे मेरिट में आए हैं जो अन्य बच्चों के लिए प्रेरक बनेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष के लिए कार्ययोजना बनाकर पढ़ाई कराई जाएगी, जिससे और बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।
डीईओ ने कहा कि कोई विद्यार्थी असफल हुआ है तो उसे निराश होने की जरूरत नहीं, बल्कि एक समर्पण भाव से अच्छे प्रयास की जरूरत है।