दुर्ग

आंधी-तूफान से जन-जीवन अस्त-व्यस्त, कई घंटे तक बिजली बंद रही
02-May-2025 2:00 PM
आंधी-तूफान से जन-जीवन अस्त-व्यस्त, कई घंटे तक बिजली बंद रही

नया बस स्टैंड के पास 100 साल पुराना नीम का पेड़ गिरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 2 मई। 1
5 दिनों के भीतर दूसरी बार दुर्ग शहर में आंधी तूफान ने तबाही मचाई है। गुरुवार की शाम को आई आंधी-तूफान ने जन जीवन अस्तित्व कर दिया। इस आंधी तूफान से कई जगहों पर पेड़ उखडऩे की जानकारी मिली है। आंधी तूफान की कहर से नया बस स्टैंड के पास 100 साल पुराना नीम का पेड़ गिर गया। गनीमत रही कि इस घटना में राहगीर बाल-बाल बच गए, लेकिन पेड़ के नीचे खड़ी एक कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पेड़ गिरने से कई बिजली के खंभे भी गिर गए, जिससे रोड ब्लॉक हो गया और लंबा जाम लग गया। यातायात प्रभावित हुआ। 15 दिन पहले 15 मार्च को इसी तरह आंधी तूफान में दुर्ग शहर में तबाही मचाई थी। तब 1 घंटे तक जन जीवन अस्त व्यस्त रहा। शहर के 7 से अधिक जगहों पर आंधी तूफान से पेड़ गिरे थे। गुरुवार की दोपहर चिलचिलाती धूप के बाद शाम होते ही मौसम ने करवट बदला। आसमान पर काले बादल उमडऩे लगा। देखते ही देखते तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। हवा की रफ्तार बेहद ही तेज होने लगी। धीरे-धीरे आंधी तूफान में तब्दील हो गई। इससे विद्युत व्यवस्था बंद कर दी गई। बस स्टैंड के अलावा निगम दफ्तर के गेट के सामने भी एक बड़ा सा पेड़ गिर गया। इंदिरा मार्केट क्षेत्र में एक दुकान की छत पर लगा वॉटर टैंक धड़ाम से नीचे आ गया, हालांकि इससे कोई जनहानि नहीं हुई। आंधी तूफान थमने के बाद महापौर अलका बाघमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और तत्काल पेड़ हटाने के निर्देश दिए। आंधी-तूफान के कारण शहर में कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की खबरें आई। पेड़ गिरने से रोड ब्लॉक हो गया। 

यातायात व्यवस्था चरमरा गई।निगम प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा रहा। घंटे तक शहर की बिजली बंद रही।

ओएचई तार टूटा, ट्रेनों का परिचालन घंटों रहा प्रभावित
तेज आंधी तूफान का असर रेलवे पर भी देखने को मिला। भिलाई तीन के पास  ओएचई तार टूटने एवं तेज हवाओं के चलते कई ट्रेनों को रोक दिया गया था, इससे कई ट्रेन घंटे प्रभावित रही। गुरुवार की शाम को रायपुर से दुर्ग की ओर आ रही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस सहित अप एवं डाउन लाइन पर कई ट्रेने रुकी रही, इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। दुर्ग से लगभग 5 बजे शाम को छूटने वाली लोकल ट्रेन सहित कुछ अन्य ट्रेनों को भी लगभग तीन घंटे रोका गया। आंधी, तूफान रुकने एवं ओएचई लाइन की मरम्मत के बाद धीरे-धीरे व्यवस्था बनाई गई। चीफ स्टेशन मैनेजर दुर्ग लखबीर सिंह ने बताया कि विद्युत लाइन में खराबी आ जाने एवं तेज तूफान को देखते हुए कुछ ट्रेनों को आउटर पर ही रोक दिया गया था। देर शाम से धीरे-धीरे व्यवस्था बना ली गई है और ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ कर दिया गया है।

खराबी आने से ट्रेनों का परिचालन हुआ प्रभावित
तेज आंधी तूफान का असर रेलवे पर भी देखने को मिला। भिलाई के पास हुए ओएचई तार टूटने एवं तेज हवाओं के चलते कई ट्रेनों को रोक दिया गया था, इससे कई ट्रेन घंटे प्रभावित रही। गुरुवार की शाम को रायपुर से दुर्ग की ओर आ रही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस सहित अप एवं डाउन लाइन पर कई ट्रेने रुकी रही, इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
 दुर्ग से लगभग 5 बजे शाम को छूटने वाली लोकल ट्रेन सहित कुछ अन्य ट्रेनों को भी लगभग 2 घंटे रोका गया। आंधी, तूफान रुकने एवं ओएचई लाइन की मरम्मत के बाद धीरे-धीरे व्यवस्था बनाई गई। 

चीफ स्टेशन मैनेजर दुर्ग लखबीर सिंह ने बताया कि विद्युत लाइन में खराबी आ जाने एवं तेज तूफान को देखते हुए के कारण कुछ ट्रेनों को आउटर पर ही रोक दिया गया था। धीरे-धीरे व्यवस्था बना ली गई है और ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ कर दिया गया है।

 

महापौर ने घटनास्थल का निरीक्षण किया 
आंधी-तूफान के कहर के कारण नया बस स्टैंड के पास 100 साल पुराना नीम का पेड़ गिर गया। गनीमत रही कि इस हादसे में कई राहगीर बाल-बाल बच गए, लेकिन पेड़ के नीचे खड़ी एक कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। 

पेड़ को कटर से काटा जा रहा है। पेड़ गिरने से कई बिजली के खंभे भी गिर गए, जिससे रोड ब्लॉक हो गया और यातायात प्रभावित हुआ। 
यातायात पुलिस बल द्वारा यातायात व्यवस्था बनाया गया। महापौर अलका बाघमार व एमआईसी सदस्य ज्ञानेश्वर ताम्रकर,काशीराम कोसरे,मनीष साहू ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और तत्काल पेड़ हटाने के निर्देश दिए।  

आंधी-तूफान के कारण शहर में कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की खबरें आई हैं। निगम प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गया है और यातायात को सामान्य बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।


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