‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 1 अगस्त। जिले के आबकारी विभाग के संरक्षण में जिले की अधिकतर शासकीय मदिरा दुकानों में सुपरवाईजर व सेल्स मेन अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति काम कर रहे हैं, जिसकी वजह से आये दिन कोचियों सहित अवैध शराब की बिक्री दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही और साथ ही जिले की शराब दुकानों पर लगातार हो रही ओव्हररेट की शिकायतें सोशल मीडिया आदि से पहुँच रही है।
अपराधी प्रवृत्ति के कार्यरत कर्मचारियों द्वारा आम लोगों से ओव्हररेट के नाम से अवैध वसूली कर रहे हैं और रोक-टोक करने और विरोध कर उचित दर पर शराब मांगे जाने पर मारपीट कर रहे है जिसका भी वीडियो आदि कई बार समाचार, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से जानकारी प्राप्त होती रही है, जिसकी पुष्टि इससे भी होती है कि हाल ही में 3 माह पूर्व 14 अप्रैल 2023 को थाना सिटी कोतवाली में दर्ज अपराध क्रमांक 214/2023 धारा 294,323,506,452 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर शासकीय मदिरा दुकान के 8 सुपरवाईजर/सेल्समेन की गिरफ्तारी हुई थी।
उक्त मामले में प्रार्थी खुद आबकारी कैश कलेक्शन विभाग के मैनेजर अनिल सिंह है जिन्होंने खुद थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि आबकारी विभाग बलौदाबाजार में पदस्थ उक्त 8 कर्मचारियों ने जबरन कैश कलेक्शन कार्यालय में घुसकर गाली-गलौच कर मारपीट की और आबकारी एडीओ रवि पाठक के नाम से भी गाली-गलौच किया गया।
मामले की जानकारी आबकारी विभाग केा अफसरों को होने के बावजूद जमानत पर रिहा ये आरोपी पुन: आबकारी की शासकीय शराब दुकानों में सुपरवाईजर व सेल्समेन के कार्य में बलौदाबाजार, रवान, अर्जुनी, भाटापारा, पलारी की शराब दुकानों में लगाये गये है जिसकी भी पुष्टि सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी से की गई है।
पूरा मामला जिला आबकारी विभाग के संज्ञान में था उसके बावजूद जानबूझकर ऐसे अपराधियों को शरण देना प्रतीत हो रहा है। वर्तमान में उक्त आरोपी भाटापारा के सुरखी रोड सहित पदस्थ मदिरा दुकान में ग्राहकों पर खौफ बनाकर अवैध ओव्हररेट की वसूली कर रहे जिसकी भी जानकारी सूत्रों से प्राप्त हो रही है।
वहीं हाल ही में पलारी शराब दुकान के कर्मचारियों ने सरपंच सहित कई ग्रामीणों को ओव्हररेट नहीं देने पर बुरी तरह मारपीट कर लहूलुहान कर दिया था जिस पर भी थाना पलारी ने दिनांक- 17.07.2023 को अपराध क्रमांक- 325/2023 धारा- 147,148,149, 294, 323, 506 बी भादवि के तहत अपराध पंजीबध्द कर शराब दुकान पर कार्यरत कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था, बड़े शर्म की बात है कि उक्त आरोपियों को भी आबकारी विभाग ने पुन: उक्त शराब दुकान पर बैठा दिया है।
इस संबंध में जिले की शराब दुकानों के प्रभारी आबकारी उप निरीक्षक जलेशसिंह का कहना है कि वे सिर्फ दुकानों की देख-रेख प्रभारी है, कर्मचारियों को रखने की जवाबदारी जिला आबकारी कार्यालय की है।
वहीं जिला आबकारी कार्यालय के एडीओ समीर मिश्रा का कहना है कि संबंधित मामले में जिले के आबकारी अधिकारी ही बता पाएंगे।
इस संबंध में आबकारी आयुक्त एवं जिला आबकारी अधिकारी विकास गोस्वामी से कुछ दिनों पूर्व चर्चा हुई थी जिस पर उन्होंने 2-3 दिनों में रिपोर्ट मंगा कर बताने की बात कही थी और आज उक्त अधिकारी मोबाईल नहीं उठा रहे। वहीं आबकारी एडीओ रवि पाठक से भी सम्पर्क किये जाने का प्रयास किया गया, किन्तु उन्होंने भी मोबाईल नहीं उठाया।