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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 4 सितम्बर। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी के 98वें फाउंडेशन कोर्स के 2023 बैच के 14 प्रशिक्षु अधिकारियों से कलेक्टर सौरभ कुमार ने जिला कार्यालय सभाकक्ष में मुलाकात की। कलेक्टर ने उन्हें जिले के इतिहास, उद्योग, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए विकास कार्यों की गतिविधियों के बारे में बताया।
उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को जिले में निर्मित कोसा शॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों ने प्रशंसा व्यक्त करते हुए कलेक्टर से जिले के प्रवास के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा की कोरबा जिले के पर्यटन स्थल, प्राकृतिक धरोहर, यहां की संस्कृति, सभ्यता के बारे में जानने का उन्हें मौका मिला है। यहां आकर उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला, इसके लिए उन्होंने कलेक्टर सौरभ कुमार को धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी के 98वें फाउंडेशन कोर्स के 14 प्रशिक्षु अधिकारियों की टीम कोरबा जिले के 5 दिवसीय प्रवास पर थे। ये सभी 2023 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय राजस्व सेवा, भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा, भारतीय रक्षा खाता सेवा एवं भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी हैं।
इन प्रशिक्षु अधिकारियों में अमित कुमार यादव, आदित्य कुमार सिंह, डॉ आदित्य शर्मा, शिवम यादव, अंजली भारद्वाज, अर्शिया छवि ठाकुर, शुभम मिश्रा, स्वर्णम भारद्वाज, आकांक्षा आनंद, मौर्या तेज, दीक्षिता जोशी, शुभम यादव, निखिल राय, मनेल बिजोत्रा शामिल है। सभी प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा जिले के अजगरबहार एवं लालपुर गाँव का भ्रमण कर ट्राइबल के रीति रिवाज, कला, संस्कृति का बारीकी से अध्ययन किया गया, साथ ही इन गांवों में स्वास्थ्य, पंचायत, कृषि, महिला-बाल विकास परियोजना सहित अन्य योजनाओं की जमीनी स्थिति का अवलोकन भी किया गया। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी कोरबा अरविंद पीएम उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 4 सिंतबर। अपने मंगेतर के साथ देर रात घर जा रही युवती को तीन बदमाश युवकों ने रोककर छेड़छाड़ की और युवक को तलवार की नोक पर धमकाकर ऑनलाइन 5 हजार रुपये ट्रांसफर कराए। इनमें से एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, बाकी दो की तलाश की जा रही है।
घटना उरगा थाने के कुदुरमाल की है। रात करीब एक बजे युवक अपनी मंगेतर को उसके घर छोड़े के लिए जा रहा था। रास्ते में तीन युवकों ने उनको जबरदस्ती रोका। उन्होंने तलवार लहराकर युवती से छेड़छाड़ की तथा युवक से मारपीट की। इसके बाद धमकाते हुए रुपये मांगे। जब युवक ने पैसे नहीं होने की बात की तो उन्होंने ऑनलाइन फोन पे पर रुपये ट्रांसफर कराया और उनका मोबाइल फोन भी लूट लिया। उनके चंगुल से छूटने पर पीड़ित युवक ने उरगा थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। आईपीसी की धारा 354, 392, 506 बी तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25, 27 के तहत अपराध दर्ज करने के बाद आरोपियों की पुलिस ने खोजबीन की। उसने एक आरोपी पानी फिल्टर रोड चांपा के 30 वर्षीय तुलसी पटेल को गिरफ्तार कर लिया। उससे लूटी गई रकम में 1500 रुपये, मोबाइल फोन और तलवार जब्त किया गया। घटना में दो और आरोपी शामिल थे, जिनकी तलाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी को रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
मजदूरों ने किया चक्काजाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 31 अगस्त। राखी बंधवाने के लिए बहन के पास जा रहे एसईसीएल के ठेका कर्मचारी की खदान के ही ट्रेलर की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने चक्का जाम कर दिया।
घटना 30 अगस्त के दोपहर की है। कुसमुंडा खदान में ठेका कर्मचारी के मुंशी का काम करने वाला अपनी बहन के पास राखी बंधवाने के लिए जा रहा था। उसी समय अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए वह खदान के एक ट्रेलर के पीछे जाकर खड़ा हो गया। कुछ ही देर में ट्रेलर को चालू कर ड्राइवर ने अचानक पीछे देखे बिना रिवर्स गियर लगा दी। ट्रेलर में दबने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित मजदूरों ने चक्का जाम कर दिया। पुलिस ने उनको समझा बुझाकर रास्ता खुलवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
5 साल पहले मर्डर के बाद दफनाया था दोस्त जिम संचालक ने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 23 अगस्त। पांच साल पहले हुई न्यूज एंकर सलमा सुल्तान की हत्या के मामले में कोरबा पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इसके लिए फोरलेन हाईवे को की खुदाई करनी पड़ी है।
ज्ञात हो की न्यूज एंकर सलमा सुल्तान की 5 साल पहले उसके दोस्त गंगा श्री जिम के संचालक मधुर साहू और कौशल श्रीवास ने गला घोटकर हत्या कर दी थी। अपने तीसरे साथी अतुल शर्मा की सहायता से कटघोरा मार्ग पर कोहडिय़ा पुल के नीचे उन्होंने शव को दफन कर दिया था। एसईसीएल कॉलोनी कुसमुंडा निवासी सलमा सुल्तान सन् 2018 में अचानक गायब हो गई थी। परिवार वालों से उसका संपर्क नहीं हो रहा था। फरवरी 2019 में जब वह अपने पिता की मौत होने के बाद अंतिम क्रिया में भी नहीं आई, तब परिजनों ने कुसमुंडा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस बीच उनको सलमा की स्कूटी लावारिस हालत में स्टेशन पर मिली थी, साथ ही मोबाइल भी बंद बता रहा था।
परिजन जिम संचालक पर संदेश व्यक्त कर चुके थे लेकिन वह पूछताछ में पुलिस को गुमराह कर रहा था। मार्च 2023 में जब पुलिस ऑपरेशन मुस्कान अभियान चल रही थी तब पुलिस ने नए सिरे से जांच शुरू की। जिम संचालक के एक पार्टनर ने हत्या का राज अपने एक परिचित के सामने खोल दिया। उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस को पता चला कि सलमा और मधुर साहू ने मिलकर यूनियन बैंक से लोन लिया था, जिसकी ईएमआई लगातार जमा हो रही थी। पुलिस की जांच शुरू होने पर मधुर साहू फरार हो गया। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि अक्टूबर 2018 में मधुर साहू और उसके साथी ट्रेनर कौशल श्रीवास ने गला घोटकर सलमा की हत्या की है और उसका शव कोहडय़िा पुल के नीचे दफना दिया है। जांच शुरू होने तक इस मार्ग पर फोरलेन सडक़ बन चुकी थी। पुलिस ने आधुनिक तकनीक का सहारा लेते हुए इस जगह पर कंकाल को तलाशने की कोशिश की और कुछ स्थानों पर खुदाई भी की लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। शव को दफनाने में प्रयुक्त किए गए वैन को भी जब्त किया जा चुका है। आरोपियों की निशानदेही पर एसडीएम से अनुमति लेकर मंगलवार की सुबह जेसीबी से सडक़ की खुदाई की गई। कल शाम करीब 7 बजे चादर में लिपटा सलमा सुल्तान का कंकाल बाहर आ गया। मौके पर उसकी सैंडल भी मिली है। कंकाल बरामद होने से आरोपियों के खिलाफ पुलिस को पुख्ता साक्ष्य मिल गए हैं।
किसान सभा ने किया विरोध, जमीन वापसी के साथ कृषि कार्य पर लगे रोक हटाने की मांग
कोरबा, 21 अगस्त। एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खम्हरिया में 40 वर्ष पूर्व जमीन का अधिग्रहण किया गया था, लेकिन प्रभावित किसान परिवारों को न तो मुआवजा मिला और ना ही उन्हें पुनर्वास की सुविधा दी गई और कई रोजगार प्रकरण आज भी लंबित हैं। कई पीढिय़ों से किसान आज भी अपनी जमीन पर काबिज हैं और खेती किसानी कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। अब एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन जबरन उन्हें बेदखल करने का प्रयास कर रही है।
अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध छत्तीसगढ़ किसान सभा ने इस बेदखली के प्रयास का विरोध करते हुए किसानों के साथ अन्यायपूर्ण कार्यवाही बताया और किसानों की जमीन मूल किसानों के नाम वापस करने के साथ कृषि कार्य पर लगाए गए रोक को तत्काल हटाने की मांग की है। इस संबंध में एक ज्ञापन कुसमुंडा महाप्रबंधक को सौंपा गया है। ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को भी देकर उचित हस्तक्षेप करने की मांग की गई है।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर और सचिव प्रशांत झा ने कहा कि 40 वर्ष पूर्व में अधिग्रहित जमीन का खनन न होना और किसी भी कार्य के लिए एसईसीएल द्वारा उपयोग नहीं करने से स्पष्ट है कि एसईसीएल ने आवश्यकता से अधिक जमीन का अधिग्रहण करके जमीन की जमाखोरी की है और इस क्षेत्र में हजारों किसान परिवारों की जमीन को औने-पौने दामों में हड़पकर उन्हें उनकी आजीविका से वंचित कर दिया है। यह किसानों के साथ सीधे-सीधे ठगी और धोखाधड़ी का मामला है और इसके लिए एसईसीएल के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जानी चाहिए।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेता दीपक साहू ने कहा है कि अधिग्रहित भूमि का उपयोग न होने के कारण 40 वर्ष पूर्व किये गए अधिग्रहण का आज कोई महत्व नहीं है और ग्रामीणों की बेदखली के लिए किया जा रहा प्रयास अवैध है। अब एसईसीएल इस जमीन का उपयोग गैर-खनन कार्यों के लिए करना चाहता है। खनन परियोजनाओं के विस्तार के कारण दर्जनों गांवों के लोगों में बेदखली का डर पैदा हो गया है। किसान सभा इन प्रभावित गांवों के लोगों को संगठित करके एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी।
ज्ञापन सौंपने में प्रमुख रूप से सुमेन्द्र सिंह ठकराल, राजीव यादव, ललित पटेल, गोलू यादव, प्रेमलाल, सुनीता, सावित्री, हीरा, हेम बाई, बेबी, नोहर कुंवर, जहीला, गंगा, सकून उपस्थित थे। उक्त जानकारी प्रशांत झा जिला सचिव, कोरबा छत्तीसगढ़ किसान सभा ने विज्ञप्ति जारी कर दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 20 अगस्त। जिला अस्पताल से लापता शिशु को पुलिस ने ढूंढ निकाला है। उसे चुराने वाली महिला को गिरफ्तार भी कर लिया है।
मालूम हो कि अंजू यादव तबीयत खराब होने के कारण जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती थी। उसके साथ उसका 4 माह का शिशु भी था। इस दौरान एक अनजान महिला उसके पास आती थी और बच्चे के साथ खेलती थी। उसने बताया था कि उसके उसका कोई रिश्तेदार अस्पताल में भर्ती है। लगातार आने के बाद अंजू के परिवार वाले उसके साथ घुल-मिल गए। गुरुवार को वह बच्चे को घुमाने के बहाने उठाकर ले गई और वापस नहीं लौटी। काफी देर बाद जब आसपास तलाश करने पर महिला नजर नहीं आई तो परेशान परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी बच्चे के नहीं मिलने पर पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई।
सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि उक्त महिला बच्चे को अपने साथ लेकर अस्पताल से बाहर निकल रही है। बच्चे की मां ने तुरंत पहचान लिया कि यह वही महिला है जो बच्चे के पास रोज आ रही थी। मामला संवेदनशील होने के चलते एसपी उदय किरण के निर्देश पर साइबर सेल और सिविल लाइन पुलिस की टीम गठित कर बच्चे और आरोपी महिला की तलाश शुरू की गई।
महिला को आगे के कैमरों में कटघोरा की ओर जाने वाली बस पर चढ़ते हुए देखा गया। उक्त बस के कंडक्टर ने पूछताछ करने पर उसे चोटिया बस स्टॉप में छोडऩे की बात बताई। पुलिस ने यहां के लोगों को फोटो दिखाकर पूछताछ की तो उन्होंने महिला के कोरबी क्षेत्र की ओर जाने की बात बताई।
पुलिस ने इस इलाके के 8-10 गांव में सरपंचों और दुकानदारों को फोटो दिखाकर जानकारी जुटाई। उसकी तस्वीर व्हाट्सएप ग्रुप तथा सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया गया। इसके बाद पुलिस पोडीखुर्द में महिला को पकडऩे में कामयाब हो गई।
महिला को हिरासत में लिया गया और साथ ही बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया गया। आरोपी महिला हमीरा पन्डो (23) ने उसे अपने घर में छुपा रखा था। बच्चे के लिए दूध लाने के लिए निकली थी। बच्चे को आवश्यक कार्रवाई और मेडिकल जांच के बाद उसकी मां को सौंप दिया गया है। गिरफ्तार महिला से पूछताछ की जा रही है।
महिला हिरासत में, पूछताछ जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 19 अगस्त। मेडिकल कॉलेज से चोरी हुआ 4 माह का बच्चा कोरबी पुलिस चौकी के समीप एक गांव में पुलिस ने आज बरामद कर लिया है। बच्चा चुराने वाली महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जिस समय बच्चे तक पुलिस टीम पहुंची, उस समय तक बच्चे को पानी पिला पिला कर जिंदा रखे जाने की बात पूछताछ में सामने आई है। बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, जहां बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार होना बताया जा रहा है।
दो दिन पहले सिविल लाइन थाना रामपुर अन्तर्गत मेडिकल कॉलेज कोरबा के अस्पताल से 4 माह का बच्चा चोरी हो गया था। बच्चा चुराने वाली महिला का पूरा कृत्य सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया था, जिसके आधार पर पुलिस अंतत: बच्चा चुराने वाली महिला तक पहुंच ही गई। कुरुडीह निवासी अंजू यादव की तबीयत खराब होने के कारण जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती थी। उसके साथ उसका 4 महीने का बेटा भी था। पिछले 2 दिनों से एक अनजान महिला अक्सर अस्पताल में आती थी और अंजू के बच्चे को खिलाया करती थी।
उसने बताया था कि उसका भी कोई परिजन अस्पताल में भर्ती है। वो उसी को देखने के लिए रोज अस्पताल आती थी। आरोपी महिला बच्चे की नानी के साथ भी काफी घुल-मिल कर बात करती थी। ऐसे में किसी को भी उस पर शक नहीं हुआ।
गुरुवार को भी उसने बच्चे को खिलाने के बहाने अपनी गोद में उठाया। कुछ देर इधर-उधर घुमाने के बाद मौका देखकर अस्पताल से फरार हो गई। काफी देर तक बच्चा जब उसकी मां अंजू को नजर नहीं आया तो उसने महिला की तलाश शुरू की।
आखिरकार पुलिस की गहन जांच पड़ताल में बच्चा मिल गया। बच्चे को सही सलामत पाकर परिजनों के जान में जान आई, वहीं पुलिस ने भी राहत की सांस ली है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 अगस्त। दीपका थाना क्षेत्र के अंतर्गत शांति नगर रेलवे क्रॉसिंग पर एक मालगाड़ी की चपेट में आने से एक निजी कंपनी के कर्मचारी शौकत खान की मृत्यु हो गई।
दीपिका बस्ती में रहने वाला शौकत बुधवार की रात ड्यूटी कर अपने घर वापस लौट रहा था। इसी दौरान पटरी पार करते समय वह गाड़ी की चपेट में आ गया जिससे गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने डायल 112 को सूचना दी। उसे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। रात में ही इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 6 अगस्त। पसान थाना इलाके के छेरकाबांधा ग्राम में एक मकान में धनवार दंपती की का शव मिलने से आसपास सनसनी फैली हुई। शवों को दो दिन पुराना बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार लैंगा ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम छेरका बांधा के प्रधानमंत्री आवास में सुनाराम धनवार (55 वर्ष) व उसकी पत्नी सुकवारीन (53 वर्ष) की संदिग्ध अवस्था में घर के भीतर शव मिला है।
पुलिस ने बताया कि दोनों अकेले रहते थे। जब आसपास लोगों ने दो दिन से इन्हें नहीं देखा तो कल शाम को कुछ लोग सुनाराम के घर का दरवाजा खोला। भीतर पति पत्नी मृत हालत में जमीन पर पड़े थे। शव से बदबू आ रही थी। ग्रामीणों की मानें तो मृतका और मृतक के बच्चे नहीं हैं। पसान थाना प्रभारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दोनों की मौत का कारण पता चल सकेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 2 अगस्त। सिविल लाइन थाना इलाके में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी और खुद फांसी पर लटक कर जान दे दी।
मामला खपराभट्टा मोहल्ले का है। 52 साल के सैयद सलीम और उसकी 40 साल की पत्नी आयशा बेगम के बीच अक्सर लड़ाई झगड़ा होता था। पड़ोसियों के मुताबिक पति अपनी पत्नी के चरित्र को लेकर शंका करता था। पत्नी घर से बाहर जाती तो देर से लौटती थी। उनके बीच इसी बात को लेकर मंगलवार की शाम विवाद हुआ। बाद में चारों बच्चों के साथ पति पत्नी ने खाना खाया। रात में जब बच्चे सो गए तो दूसरे कमरे में उसने अपनी पत्नी की धारदार हथियार और लोहे की रॉड से हत्या कर दी। रात करीब 2 बजे सबसे बड़े बेटे की नींद खुली तो उसने घर के आंगन में पिता का शव फांसी पर लटका हुआ देखा। उसने अपने भाई बहनों को जगाया। सभी मां के कमरे में गए तो वहां पर मां की लहूलुहान लाश पड़ी थी। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और उन्होंने सीबीएसई चौकी पुलिस में सूचना दी।
प्रारंभिक जांच में अनुमान लगाया गया है कि पति ने पत्नी की हत्या की और उसके बाद खुद फांसी पर झूल गया। मामले की आगे जांच की जा रही है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वाड को भी बुलाया गया है।
कार्यालय में नहीं घुस पाए अधिकारी-कर्मचारी
देश में पहली बार हुई किसी एसईसीएल मुख्यालय की तालाबंदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमुंडा (कोरबा), 26 जुलाई। छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ ने मिलकर कल एसईसीएल के कुसमुंडा मुख्यालय के दोनों गेटों पर ताला जड़ दिया।
इस आंदोलन के कारण सैकड़ों अधिकारी-कर्मचारी दिन भर कार्यालय में घुस नहीं पाए। एक दिन पहले ही एसईसीएल प्रबंधन ने आंदोलन को टालने के लिए दोनों संगठनों के नेताओं से अपील की थी, लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं पड़ा। आंदोलनकारी नेताओं ने बिलासपुर से उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग की, जिस पर कुसमुंडा प्रबंधन ने अपनी असमर्थता व्यक्त कर दी थी। देश में पहली बार किसी एसईसीएल मुख्यालय की 13 घंटों तक तालाबंदी की गई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले 630 दिनों से विस्थापन प्रभावित गांवों के सैकड़ों किसान रोजगार तथा मुआवजा, अधिग्रहित जमीन की वापसी और पुनर्वास गांवों में बुनियादी सुविधाएं देने, महिलाओं को स्वरोजगार से लगाने आदि मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं। उनका यह धरना 31 अक्टूबर 2021 से जारी है। इस बीच आंदोलनकारियों कई बार प्रदर्शन, कार्यालय घेराव तथा खदानबंदी करते हुए जेल भी गए हैं, लेकिन बार-बार के आश्वासनों के बावजूद एसईसीएल ग्रामीणों की समस्याओं को सुलझा नहीं पाया है। इससे विकास के नाम पर अपने गांव और जमीन से बेदखल कर दिए गए विस्थापित परिवारों का जीवन स्तर सुधरने के बजाय और भी बदतर होता जा रहा है। इससे एसईसीएल के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ते ही जा रहा है।
किसान सभा द्वारा कुसमुंडा मुख्यालय की तालाबंदी के आंदोलन को कल ग्रामीणों का जबरदस्त समर्थन मिला। मंगलवार सुबह 7 बजे से ही उन्होंने कार्यालय के दोनों गेटों पर ताले जड़ दिए और रात 8 बजे तक यह तालाबंदी जारी थी। इससे आज कोई भी अधिकारी-कर्मचारी कार्यालय में घुस नहीं पाया और कार्यालय पूरी तरह से बंद रहा। सैकड़ों भूविस्थापितों ने गेट पर धरना दिया और अपनी मांगों को दुहराते हुए नारे लगाते रहे। उन्होंने प्रबंधन द्वारा गेट खुलवाने की हर चाल को नाकाम किया।
कुछ घंटों तक कुसमुंडा खदान और कोयला परिवहन भी ठप रहा। भू-विस्थापितों के आक्रोश और आंदोलन में शामिल महिलाओं की बड़ी संख्या को देखते हुए पुलिस भी कोई दखल नहीं दे पाई। इस आंदोलन के कारण एसईसीएल को करोड़ों रुपयों का नुकसान पहुंचा है। इस आंदोलन के बाद 29 जुलाई को एसईसीएल प्रबंधन ने बिलासपुर में वार्ता के लिए आंदोलनकारियों को आमंत्रित किया है।
माकपा जिला सचिव प्रशांत झा, छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेता जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू, जय कौशिक, सुमेंद्र सिंह ठकराल, मोहन यादव, अमृत बाई, तेरस बाई, आशा,छत बाई, हेम बाई भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ के रेशम यादव, दामोदर श्याम, रघु, दीनानाथ, बृजमोहन आदि ने इस सफल आंदोलन के लिए ग्रामीणजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि इस क्षेत्र में एसईसीएल ने अपने मुनाफे का महल किसानों और ग्रामीणों की लाश पर खड़ा किया है। किसान सभा इस बर्बादी के खिलाफ भूविस्थापितों के चल रहे संघर्ष को और तेज करेगी। रोजगार, पुनर्वास और भूमि वापसी संबंधी जायज मांगों को एसईसीएल को पूरा करना ही होगा।
भू-विस्थापितों के इस आंदोलन को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने भी समर्थन दिया है। 40-50 वर्ष पहले कोयला उत्खनन के लिए सैकड़ों किसानों की हजारों एकड़ जमीन का अधिग्रहण इस क्षेत्र में किया गया था। तब से आज तक भूविस्थापित किसान जमीन के बदले रोजगार और मानवीय सुविधाओं के साथ पुनर्वास के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
कोरबा मेडिकल कॉलेज में 8 का चल रहा इलाज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 जुलाई। जिले की एक स्कूल में मध्यान्ह भोजन खाने के बाद 14 बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना करतला विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बीरतराई की है। मंगलवार को दोपहर में उनके खाने में चावल के साथ करील की सब्जी और बेसन की कढ़ी परोसी गई थी। बताया जाता है कि इसको खाने के बाद बच्चों की तबीयत खराब हुई। खाने के बाद उल्टी आने पर बच्चों को संजीवनी वाहन 108 से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करतला दाखिल कराया गया। 6 बच्चों की स्थिति सुधरने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। अन्य 8 को कोरबा जिला अस्पताल रेफर किया गया।
उल्लेखनीय है कि करील बांस का पौधा होता है, जो खाने में कठोर होता है। इसे नरम करने के लिए चूने के पानी में भिगोया भी जाता है। इसकी बिक्री प्रतिबंधित है, लेकिन आसानी से सब्जी बाजार में मिल जाता है। विकास खंड शिक्षा अधिकारी संदीप पांडे ने बताया है कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। कोरबा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अविनाश मेश्राम ने बताया है कि सभी बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 23 जुलाई। जिले के देवपहरी जलप्रपात कि तेज बहाव में बह गए शिक्षक का शव बरामद कर लिया गया है।
अकलतरा के 23 वर्षीय आयुष जैन, 45 वर्षीय लक्ष्मीकांत शर्मा और 55 वर्षीय शिक्षक सत्यजीत राहा 21 जुलाई को पिकनिक मनाने के लिए लेमरू के पास स्थित देवपहरी जलप्रपात पहुंचे थे। दोपहर में उन्होंने खाना-पीना किया। इसके बाद वे वाटरफॉल के बीच में बने वॉच टावर तक जाने के लिए नीचे उतरे। तेज बहाव में तीनों फंस गए। आयुष और लक्ष्मीकांत को पानी के बीच चट्टान को पकड़ कर बचने का मौका मिल गया लेकिन सत्यजीत बहाव के साथ-साथ बहने लगे। इस पर दोनों साथियों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। जलप्रपात के पास मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर नगर सेना के गोताखोरों के साथ पुलिस पहुंची। शाम तक शिक्षक की तलाश नहीं की जा सकी। कल शनिवार को दिन भर एसडीआरएफ के जवान और ग्रामीण गोताखोरों ने फिर तलाशी अभियान चलाया। शाम करीब 6 बजे उसका शव जलप्रपात से काफी दूर बरामद किया गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा 23 जुलाई। कुसमुंडा थाना इलाके में एक निजी कंपनी के कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले भैरव ताल निवासी 36 वर्षीय परसराम धनवार का अपनी पत्नी से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। इसके बाद पत्नी अपने दोनों बच्चों को लेकर मायके चली गई थी। इसके बाद पति ने कई बार उसे फोन लगाकर बात करने की कोशिश की थी, मगर बात नहीं हो पाई। शुक्रवार की रात खाना खाकर वह सो गया था। दूसरे दिन जब उसने देर तक दरवाजा नहीं खोला किसी अनहोनी की आशंका में पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ दिया। उन्होंने भीतर जाकर देखा कि युवक का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ है। पड़ोसियों ने इसकी जानकारी पुलिस तथा परिजनों को दी। पुलिस ने शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला है कि मृतक शराब पीने का आदी था जिसके चलते उसकी पत्नी बच्चों को लेकर अपने मायके चली गई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 12 जुलाई। जिले के उरगा इलाके में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी, फिर खुद फांसी पर लटक कर जान दे दी।
जानकारी के मुताबिक ढनढनी गांव का पवन बिंझवार सोमवार को रात करीब 10 बजे अपनी पत्नी सुखमति को लेकर ससुराल से लौटा, जो कुछ दिनों से मायके में थी। आने के बाद दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। गुस्से में पति ने हथौड़े से पत्नी के सिर पर कई बार वार कर दिए। घटनास्थल पर ही पत्नी लहूलुहान होकर गिर गई । इसके बाद उसी कमरे में पति ने फांसी के फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने पर पहुंची उरगा पुलिस ने महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दोनों शवों को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 8 जुलाई। कुसमुंडा थाने के प्रेम नगर में एक 16 साल के बच्चे ने अपने घर के एक कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
सुधु दास के 16 साल के बेटे समीर दास ने 1 साल पहले से छठवीं कक्षा के बाद स्कूल जाना बंद कर दिया था। इस बार सत्र शुरू होने के बाद भी उसने स्कूल जाने में रुचि नहीं दिखाई। उसका कहना था कि पढ़ाई में उसका मन नहीं लगता है जबकि घर के लोग उसे पढ़ाई करने के लिए समझाते थे।
शुक्रवार को सुबह 11.00 बजे उसने अपने घर के एक कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह तीन बहनों का इकलौता भाई था। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि वह स्कूल जाने के लिए कहने पर ऐसा आत्मघाती कदम उठाएगा इसका बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था। मामले की कुसमुंडा पुलिस जांच कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 6 जुलाई। कोरबा जिले के सतरेंगा में एक शिक्षक शराब पीकर स्कूल पहुंच गया। जब प्राचार्य और ग्रामीणों ने उसे समझाने की कोशिश की तो वह विधायक का नाम लेकर धमकी देने लगा। शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से की गई है।
जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर सतरेंगा पंचायत के सरकारी मिडिल स्कूल में पदस्थ शिक्षक रामायण सिंह पैकरा बीते 3 जुलाई को शराब के नशे में पहुंचकर हंगामा करने लगा। इसे देखकर प्राचार्य, शिक्षकों और वहां मौजूद ग्रामीणों ने उसे शोर शराबा करने से मना किया तो वह उन्हें भी विधायक का नाम लेकर धमकाने लगा। पहले भी शिक्षक शराब के नशे में स्कूल आकर हंगामा करता रहा है। 2 जुलाई की घटना का वीडियो बनाकर लोगों ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी संजय अग्रवाल को भेजा है और शिक्षक पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 6 जुलाई। चिटफंड कंपनी बीएन गोल्ड रियल स्टेट एंड एलाइड लिमिटेड की कोरबा में स्थित एक जमीन को जिला प्रशासन ने 17.81 लाख रुपये में नीलाम किया है। कंपनी के डायरेक्टर प्रदेश के विभिन्न जिलों में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर फरार हो गए थे, जिनमें से अधिकांश को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
कोरबा में 2400 निवेशकों का दो करोड़ रुपये से अधिक डूब गए हैं। इस राशि से निवेशकों को उनकी लगाई गई राशि का कुछ हिस्सा प्राप्त हो जाएगा।
तहसीलों से प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त कंपनी में जिले के 2394 निवेशकों द्वारा राशि निवेशित की गई है, जिसके निवेशकों को भुगतान की कार्रवाई की जानी है। इसी तरह सर्वमंगला प्रॉपर्टी इंडिया लिमिटेड के निवेशकों को राशि बांटी जा चुकी है।
अपर कलेक्टर ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को बीएन गोल्ड रियल स्टेट एंड एलाइड व सर्वमंगला प्रापर्टीज इंडिया लिमिटेड के निवेशकों की जानकारी तीन दिन के भीतर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
कहा-मतदाताओं को राज्य सरकार की योजनाएं बताएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कटघोरा,1 जलाई। कांग्रेस के बूथ चलो अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को पीसीसी उपाध्यक्ष जेपी श्रीवास्तव एवं पीसीसी महामंत्री द्वितेन्द्र मिश्रा ने संयुक्त रूप से कटघोरा विधानसभा में कई बूथ समितियों से मुलाकात कर अगामी चुनावों के लिए इनमें ऊर्जा भरने का कार्य किया।
कांग्रेस बूथ चलो अभियान के माध्यम से बूथ समितियों के आंकलन के साथ ही उन्हें मतदाताओं से जुडऩे के लिए प्रेरित कर रही है। कटघोरा विधानसभा में बूथ चलो अभियान का दायित्व विधायक सत्यनारायण शर्मा के जिम्मे था, किंतु अचानक उनकी तबियत खराब होने के कारण जेपी श्रीवास्तव एवं द्वितेन्द्र मिश्रा को बूथ चलो अभियान को प्रारंभ करने की जवाबदेही पीसीसी द्वारा दी गई थी। उन्होंने अभियान की शुरुआत में स्थानीय संगठन के साथ मिलकर करीब 12 बूथ समितियों से मुलाकात कर उन्हें मतदाताओं से सीधे संपर्क के लिये प्रेरित किया है। बूथ कमेटी के सदस्यों को कहा गया है कि वे मतदाताओं तक सरकारी की लोकप्रिय योजनाओं की जानकारी पहचायें एवं इन योजनाओं से लाभ लेने वाले हितग्राहियों से संपर्क करें। जिन पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिला है, उन्हें लाभ पहुंचाने का प्रयास करें।
6 बार विधायक रह चुके बोधराम कंवर के पुत्र पुरुषोत्तम कंवर कटघोरा के विधायक हैं। बूथ चलो अभियान के दौरान वे स्वयं एवं उनके साथ जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र जायसवाल एवं विभन्न जोन, सेक्टर के प्रमुख भी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 01 जुलाई। जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक लोकसभा सांसद ज्योत्सना चरण दास महंत की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित की गई।
बैठक में सांसद श्रीमती महंत ने निर्देशित किया कि जिले में शासन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो और योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएं। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाने हेतु एमआरआई, सीटी स्कैन जैसी सुविधा उपलब्ध कराने तथा गुणवत्तामूलक शिक्षा हेतु स्कूलों में शिक्षकों की समय पर उपस्थिति के निर्देश दिए। सांसद ने जिले में सर्पदंश के इलाज हेतु एंटी एनम का पर्याप्त स्टॉक रखने, सिकलसेल की जांच करनेे, जर्जर हो चुकी आंगनबाड़ी का जीर्णोद्धार कराने के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने सांसद द्वारा दिए गए निर्देशों का समय पर पालन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
दिशा समिति की विगत बैठक में दिए गए निर्देशों के पालन प्रतिवेदन की समीक्षा करने के पश्चात सांसद ने मनरेगा के कार्यों की जानकारी ली और समय पर कार्य पूरा करने के साथ समय पर मजदूरी भुगतान के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत ग्रामीण महिला समूहों को अधिक से अधिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। सांसद ने स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत जिले के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में, बड़े हाट बाजारों में, धान उपार्जन केंद्रों में आवश्यकतानुसार सामुदायिक शौचालय बनाने के साथ उचित प्रबंधन के निर्देश दिए।
उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्यों की जानकारी ली और जिले में कराएं गए कार्यों का भौतिक सत्यापन क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कराए जाने के साथ हितग्राहियों की सूची उपलब्ध कराने कहा।
इस दौरान कटघोरा के मुक्तिधाम में पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सांसद ने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण कार्यक्रम राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम, आयुष्मान भारत योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी ली और कहा कि कोरबा औद्योगिक जिला है और दुर्घटनाओं के दौरान समुचित उपचार की आवश्यकता बनी रहती है, ऐसे में सीटी स्कैन, एमआरआई आदि की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए। सांसद ने दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सक तथा मरीजों के उपचार के लिए एम्बुलेंस व्यवस्था और बारिश में सर्पदंश की घटनाओं को देखते हुए अस्पताल में एंटी स्नैक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर, महापौर राजकिशोर प्रसाद, गौ-सेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा, जिला पंचायत सदस्य गोदावरी राठौर, गणराज सिंह कंवर, नीलिमा धृतलहरे, जनपद पंचायत अध्यक्ष कोरबा हरेश कंवर, जनपद अध्यक्ष कटघोरा लता कंवर, जनपद अध्यक्ष करतला सुनिता कंवर, जनपद अध्यक्ष पोड़ी-उपरोड़ा संतोषी पेंदरो, नगर पालिका परिषद कटघोरा अध्यक्ष रतन मित्तल, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, वनमण्डलाधिकारी कटघोरा प्रेमलता यादव सहित, प्रतिनिधिगण, विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारीगण और जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 01 जुलाई। कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी एवं डॉ. अशोक शाक्य नोडल आधिकारी के नेतृत्व में विगत दिवस स्पर्श क्लीनिक मनोरोग विभाग, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय सम्बद्ध चिकित्सालय द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से महिलाओं के साथ होने वाले घरेलु हिंसा उपरांत उत्पन्न मानसिक समस्याएं, बच्चो में होने वाले परीक्षा के दौरान मानसिक समस्या एंव महिलाओं में प्रसव पूर्व एंव प्रसव उपरांत होने वाले मानसिक समस्या जैसे अनिद्रा, बेचैनी, डर, घबराहट, गुस्सा, चिड़चिड़ापन, उदासी, नकारात्मक सोच आना, आत्महत्या के विचार आना आदि लक्षणों के संबध में जागरूक किया गया।
सीएमएचओ डॉ. केसरी ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्यगत समस्याएं इस दशक के लिए बड़ी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। कुछ अध्ययन बताते हैं, कई विकसित और विकाशील देशों में हर चार में से एक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के मनोरोग का शिकार है चिंता-तनाव और अवसाद के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। जिले में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूक करने इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को उपरोक्त प्रकार के लक्षण आने पर पर स्पर्श क्लिनिक मनोरोग विभाग जिला चिकित्सालय कोरबा एवं टेलीफोन हेल्पलाईन नं.- 14416, 1800-8914416 में संपर्क किया जा सकता है।
सीएमएचओ के द्वारा पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले ओरिएण्टल कॉलेज आफ नर्सिंग की छात्राओं को पुरस्कार प्रदान किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 01 जुलाई। कोरबा लोकसभा सांसद ज्योत्सना महंत की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई। जिले से होकर गुजरने वाली राष्ट्रीय सडक़ मार्ग और राज्यकीय सडक़ मार्ग के साथ-साथ ग्रामीण तथा वनांचल सडक़ों में होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गहन विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर, महापौर राजकिशोर प्रसाद, गौ-सेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा, कलेक्टर संजीव कुमार झा, पुलिस अधीक्षक उदय किरण सिंह, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, जिला परिवहन अधिकारी शशीकांत कुर्रे, यातायात अधिकारी एस.एस. परिहार सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
सांसद श्रीमती महंत ने कहा कि सडक़ सुरक्षा न केवल एक महत्वपूर्ण विषय है, बल्कि दुर्घटनाओं में कमी लाकर अमूल्य जिंदगियों को बचाया जा सकता है। श्रीमती महंत ने आमजनों की जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही नियमों की अनदेखी करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने के लिए कहा। सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर कार्य करने की बात कही। सांसद ने दुपहिया वाहन चालकों से अनिवार्य रूप से हेलमेट का उपयोग सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। साथ ही लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करने के लिए कहा।
उन्होंने जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सहायक सडक़ों के दुर्घटनाजन्य वाले स्थानों को चिन्हित कर रंबल स्ट्रिप बनाने, आवश्यक स्थानों पर साइन बोर्ड लगाने, घुमन्तु मवेशियों को सडक़ से हटाने, रात्रि में अंधेरे की वजह से हो रही दुर्घटनाओं वाले स्थानों में प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा। साथ ही गाडिय़ों के पीछे रिफ्लेक्टर लगवाने के निर्देश दिए। सांसद ने स्कूली वाहनों एवं यात्री बसों में सडक़ सुरक्षा मानकों का गंभीरता से पालन कराने के लिए कहा। बसों की समय समय पर फिटनेस जांच अनिवार्य रूप से किया जाए साथ ही इन वाहनों में ओवर स्पीडिंग एवं ओवर लोडिंग के प्रकरण में परिवहन विभाग को कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने जिले के संभावित दुर्घटना क्षेत्रों को चिन्हांकित कर सडक़ सुरक्षा की दृष्टि से व्यापक इंतजाम करने के निर्देश दिए, जिससे दुर्घटनाओं से बचा जा सके। उन्होंने यातायात नियमों का पालन एवं सडक़ दुर्घटना पर रोक लगाने हेतु राष्ट्रीय राजमार्गों को सहायक सडक़ो से जोडऩे वाले जंक्शन पॉइंट पर गति अवरोध के लिए मानक रंबल स्ट्रिप बनाने के निर्देश एसडीओ एनएच को दिए। इस हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को चिन्हांकित स्थानों में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिये कहा। कलेक्टर ने ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन कराने एवं आमजनों से हेलमेट के उपयोग सुनिश्चित कराने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने स्कूली बच्चों एवं नाबालिगों के वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए आवश्यक कार्य करने की बात कही। सभी स्कूलों में जाकर निरीक्षण कर जांच करने तथा ऐसे छात्र-छात्राओं एवं उनके पालकों को समझाइश देने के लिए कहा। इस हेतु शिक्षा विभाग व परिवहन विभाग को आपसी समन्वय से कार्य करने निर्देश दिए। उन्होंने जिले के चिन्हांकित तीन ग्रे-स्पॉट्स कटघोरा के कसनिया मोड़, बांगो के मड़ई घाट, एवं बालको के परसाभाठा में विभागीय समन्वय से ऐसे स्थानों पर सुधार कराने के लिए कहा।
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14-15 को भी विशेष अभियान चलाकर बनाया जाएगा आयुष्मान कार्ड
कोरबा, 13 जून। जिले के सभी नगरीय निकायो एवं विकासखण्डो (ग्रामीण क्षेत्रो) मे ंआयुष्मान कार्ड भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत आपके द्वार आयुष्मान अभियान चल रहा है इसके अन्तर्गत जिले के सभी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रो में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सीएसओ आरएचओ, आयुष्मान आपरेटरो एवं च्वॉईस सेंटरों (कामन सर्विस सेंटरो) में आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। इस क्रम में नगर पालिका निगम कोरबा में 12 जून को महाभियान प्रारंभ किया गया है। अगली कड़ी में 14 एवं 15 जून को भी विशेष अभियान चलाकर छूटे हुए परिवार के लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इसके तहत जिले के सभी शहरी तथा ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो, मेडिकल कॉलेज कोरबा एवं च्वॉईस सेंटरो के माध्यम से शिविर-भ्रमण कर आयुष्मान कार्ड बनाये जाएंगे। शिविर स्थल पर हितग्राहियों को लाने के लिये क्षेत्र के मितानिन को जिम्मेदारी दी गई हैं। ऐसे हितग्राही जिनका अब तक आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाया है, वे नियत तिथि को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर आयुष्मान कार्ड हेतु पंजीयन करवा सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अभियान के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि हितग्राही अपने नजदीकी मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता अथवा च्वॉईस सेंटर (कॉमन सर्विस सेंटरो) एवं जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्रों तथा पंजीकृत निजी चिकित्सालय में आवश्यक दस्तावेज राशनकार्ड एवं अपडेटेड आधार कार्ड के साथ उपस्थित होकर आयुष्मान कार्ड नि:शुल्क बनवा सकते हंै।
जिसका नि:शुल्क पीव्हीसी कार्ड राज्य स्तर से हितग्राही को उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हितग्राहियों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर 104 जारी किया गया है। जिसके माध्यम से आमजन आयुष्मान कार्ड पंजीयन संबंधी किसी प्रकार की शिकायत अथवा असुविधा के संबंध में 104 पर संपर्क कर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हंै।
प्राप्त जानकारी के अनुसार योजना से संबंधित अधिक जानकारी, समस्या निवारण अथवा शिकायत के लिये हेल्पलाइन टोल फ्री नम्बर 104 अथवा 14555 में किसी भी समय संपर्क किया जा सकता है। साथ ही कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अथवा शासकीय एवं निजी पंजीकृत अस्पताल में उपस्थित होकर आयुष्मान मित्र से संपर्क किया जा सकता है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत जिले में 46 शासकीय चिकित्सालय एवं 17 निजी चिकित्सालय पंजीकृत है। सीएमएचओ कोरबा के द्वारा सभी मितानिन एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ को निर्देशित किया गया है कि जिले में छूटे सभी परिवारों व सदस्यों का शत प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाया जाना सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी जिलेवासियों से अपील की गई है कि वे अपने नजदीकी मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता अथवा च्वॉईस सेन्टरों ,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पंजीकृत निजी चिकित्सालय में उपस्थित होकर परिवार के सभी सदस्यों का पृथक-पृथक आयुष्मान कार्ड पंजीयन कराकर प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख तक का एवं अन्य गंभीर बीमारियों हेतु मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से 20 लाख तक का उपचार लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 13 जून। विकासखंड पाली के सैला गौठान में नियमित रूप से गोबर की खरीदी की जा रही है। गौठान में कार्यरत उजाला स्व सहायता समूह द्वारा योजना प्रारंभ से लेकर अब तक 510.90 क्विंटल वर्मी खाद का उत्पादन किया गया है। जिससे 452.30 क्विंटल वर्मी खाद का विक्रय किया जा चुका है। जिससे 1 लाख 77 हजार 301 रुपए की आय अर्जित किया गया है।
सीईओ जनपद पंचायत पाली ने सैला गौठान के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि गौठान में प्रतिदिवस किसानों एवं पशुपालकों से 2 से 3 क्विंटल गोबर क्रय किया जा रहा है। ग्रीष्म काल में फसल नहीं होने के कारण मवेशी गौठान में नहीं आ रहे हैं। गौठान में चारा एवं पानी की सुविधा उपलब्ध है। गौठान में निर्मित कोटना के ऊपर लकड़ी व बांस से अस्थाई शेड बनाया गया था। जो आंधी-तूफान से गिर गया है। साथ ही गोबर खरीदी हेतु स्थायी शेड तैयार किया गया है, जिसमें नियमित रूप से गोबर खरीदी किया जा रहा है। सैला गौठान में नियमित रूप से गोबर की खरीदी एवं वर्मी खाद छनाई व विक्रय करते हुए महिला समूह के आय में वृद्धि हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 13 जून। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकरात्मक बदलाव ला रही है। जिससे वह आर्थिक रूप से सुदृढ़ होकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में अपनी महती भूमिका निभा रही हैं। इसी कड़ी में जनपद पंचायत कटघोरा के ग्राम बुंदेली निवासी झूलबाई ने गोबर बेचकर 64 हजार रूपए कमाए हैं, जिससे उन्होंने दुधारू पशु खरीदकर अपना व्यवसाय में विस्तार किया है।
हितग्राही झूल बाई ने बताया कि उन्होंने पहले कभी सोचा ही नहीं था कि गोबर से किसी प्रकार का आर्थिक लाभ होगा। उन्होंने बताया कि उनका परिवार खेती किसानी के साथ ही पशुपालन व दुग्ध व्यवसाय का भी कार्य करते है। वह पिछले 10 वर्षों से पशुपालन कर रहीं हैं। पहले वह मवेशियों से प्राप्त गोधन का घरेलू कार्यों में उपयोग करती थी परंतु अधिकांशत: गोबर व्यर्थ रह जाता था। जिसका किसी प्रकार का कोई उपयोग नहीं हो पाता था। प्रदेश सरकार की गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में गोबर खरीदी प्रारंभ होने से उन्हें अतिरिक्त आय का एक मुख्य जरिया मिल गया।
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा बुंदेली गौठान में अब तक 320 क्विंटल से अधिक गोबर बेचकर 64 हजार से अधिक का लाभ प्राप्त किया है। गोबर से अर्जित पैसे का उपयोग उन्होंने अपने व्यवसाय को और अधिक विकसित करने में किया है। इस हेतु अच्छी नस्ल की दुधारू गाय-भैंस की खरीदी, उनके लिए आवश्यक चारे-पानी की व्यवस्था, रख-रखाव हेतु शेड की व्यवस्था सहित अन्य कार्यो में व्यय किया है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की गोधन न्याय योजना अत्यंत लाभकारी योजना है, इससे जहां ग्रामीण गोबर बेचकर लाभ कमा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर गौठानों में गांव में ही महिलाओं को खाद उत्पादन, सब्जी उत्पादन, केंचुआ उत्पादन, मुर्गी पालन आदि गतिविधियों के संचालन से रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, जिससे उनकी आजीविका संवर्धन के साथ ही आर्थिक विकास भी हो रहा है।