‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 सितंबर। जिला मुख्यालय का अहम स्कूल होने के बाद बदहाली में संचालित हो रहा है आदर्श हायर सेकेन्डरी स्कूल। स्कूल शिक्षा विभाग के जर्जर भवनों की बानगी देखना हो तो इस स्कूल में आएं जहां पर लगभग सभी कमरों में बारिश होने पर पानी टपकता है। इसी तरह की स्थिति रही तो बच्चों को कक्षा के अंदर छाता लेकर बैठना पड़ता है।
संधारण नहीं होने की वजह से कभी भी स्कूल में गंभीर हादसा होने का खतरा बना रहता है। विभाग की गरिमा को बट्टा लगा रहा आदर्श हायर सेकंडरी स्कूल में ‘छत्तीसगढ़’ ने आंखों देखी रिपोर्ट की है। इस स्कूल से दो विधायक, अनेक जनप्रतिनिधि पढक़र निकल चुके हैं पर उनके द्वारा इसकी सुध नहीं ली। जानकारी हो स्कूलों को संवारने के नाम पर जिले में एक अरब तीन करोड़ से अधिक का खर्च किया जा रहा है। इस भारी भरकम बजट का पर्याप्त लाभ जिला के एक मात्र मूल्याकंन केन्द्र आदर्श हायर सेकंडरी स्कूल बेमेतरा को नहीं मिला है। तीन साल पूर्व मरमत के लिए 20 लाख की जरूरत होने का स्टीमेट इंजीनियर से बनवाने के बाद सक्षम अधिकारियों को सौंपा गया था पर इसके बाद भी इस स्कूल को एक कौड़ी तक नसीब नहीं हुई है।
स्कूल में 18 कमरा व एक बरामदा
कार्यरतों के अनुसार इस स्कूल में एक हाल, 18 कमरा व बरामदा है जिसका निर्माण आज से 32 साल पहले 1992 में कराया गया था। तब विवाद व अन्य कारण से स्कूल भवन बनने के 5 साल तक भवन खाली रहा फिर 1997 में पुराने भवन से वर्तमान भवन में शिट कर संचालन किया गया। 32 साल के दौरान स्कूल में जीर्णोद्धार के लिए 2022-23 में 2 लाख 70 हजार रूपया जारी किया गया था। स्कूल की स्थिति को देखते हुए एक प्रयोगशाला कक्ष व अन्य दो कमरे का संधारण हो पाया था। इसके बाद स्कूल भवन का संधारण जरूरी होने के बाद भी आज तक फंड की कमी की वजह सें नहीं हो पाया है।
स्कूल में 545 विद्यार्थी पढ़ते हैं पर शिक्षकों की कमी
चार संकाय की पढ़ाई पर शिक्षक की भी कमी है। स्कूल में कक्षा नवमी से लेकर बारहवी तक 545 विद्यार्थी पढ़ते हैं। कक्षा 11 वीं व 12 में चार-चार सेक्शन है। जिले का एक मात्र स्कूल है जहां पर कृषि, कला, विज्ञान, कामर्स की कक्षाएं लगती है पर इन सभी संकायो में सक्षम शिक्षको की कमी है। स्कूल में अंग्रेजी के एक, संस्कूत के एक, रसायन के एक, भौतिक के एक, कृषि संकाय के दो शिक्षक के पद रिक्त है।
स्कूलों के लिए जारी फंड
बेमेतरा- 196 स्कूल, खर्च 19 करोड़ 60 लाख
बेरला - 226 स्कूल, खर्च 16 करोड़ 76 लाख
साजा - 268 स्कूल, 23 करोड़ 46 लाख
नवागढ़ - 310 स्कूल 43 करोड़ 49 लाख
फ्लोर में 7 इंच तक हो गया है गड्ढा
रसायन प्रयोगशाला कमरा का छत टपकता है। उपकरणों को पानी से बचाने प्लैक्स का उपयोग करते हैं। विज्ञान संकाय के लिए जरूरी प्रयोगशाला कक्ष की स्थिति दयनीय हो चुकी है। प्रयोगशाला के एक हिस्से को बारिश के दिनों में छत से पानी टपकते रहने की वजह से खाली छोड़ दिया गया है। वहीं खिडक़ी में पल्ला नहीं है जिसे लैक्स लगाकर ढका है। इस तरह की स्थिति अनेक कक्षाओं में दिखाई देती है जहां पर सीलन व पानी टपकने की स्थिति है। कक्षा के अंदर खिड़कियों में पल्ला, रोशनदान में पानी रोकने की व्यवस्था नहीं है। परिसर के अंदर लोर दबते जा रहे हैं। कहीं पर 7 इंच तक की जमीन नीचे दब चुकी है। बताया गया कि लोरिंग खोखला होने के कारण धस कर गड्ढा हो गया है।
महिलाओं के लिए प्रसाधन की सुविधा नहीं
सभी तरह के प्रशिक्षण व मूल्यांकन केन्द्र है। जिला मुख्यालय में होने की वजह से इस स्कूल में चुनाव, अन्य शैक्षणिक प्रशिक्षण, बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों का मूल्यांकन, व्यापम की परीक्षा, ओपन एक्जाम सेन्टर का संचालन होता है। स्कूल में प्रसाधन कक्ष की कमी है। यहां पर विभिन्न प्रशिक्षण व परीक्षा मूल्यांकन के दौरान महिलाओं की उपस्थिति रहती है जिनके लिए शौचालय और प्रशाधन की सुविधा नहीं है।
जाने कौन से स्कूलों पर कितना खर्च
जिले में स्कूल जतन योजना के तहत संधारण्. बाईस हजार के बजट में अनेक स्कूलों में 60 से 70 लाख खर्च किए जा रहे हैं। ‘छत्तीसगढ़’ को प्राप्त सूची के अनुसार बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पेंन्डी, पिरदा, तारालीम, भिलौरी स्कूल में 24-24 लाख, भालेसर, पतोरा, लेंजवारा स्कूल में 32 लाख, नेवनारा, डगनिया ब, भेडनी, सुरहोली के स्कूल में 40 लाख, ग्राम खुडमुडा स्कूल में 60 लाख व ग्राम कठिया में 70 लाख खर्च किए जा रहे हैं। इसी तरह नवागढ़ व साजा विधानसभा क्षेत्र में भी संधारण व अतिरिक्त कमरा के नाम पर भारी भरकम खर्च किये जा रहे हैं।
प्रभारी प्राचार्य आदर्श हायर सेंकेन्डरी स्कूल संतराम साहू ने कहा कि स्कूल भवन जर्जर हो चुका है। तीन साल पहले 20 लाख के स्टीमेट के साथ आवेदन सक्षम जनप्रतिनिधियों व अधिकारियो को मांग पत्र सौंपा गया था। पर फंड नहीं मिला है।