घटिया सामान के उपयोग का भी लग रहा आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 22 मार्च। धरमजयगढ़ क्षेत्र के भालूपखना में धनबादा कंपनी द्वारा संचालित 7.5 मेगावाट बिजली उत्पादन प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और नाबालिग बच्चों से जबरन मजदूरी कराने का मामला सामने आया है।
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इस परियोजना में अनियमितताओं और श्रम कानूनों के उल्लंघन को उजागर किया है।
सूत्रों के अनुसार, कंपनी निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री का उपयोग कर रही है, जिससे प्रोजेक्ट की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। मजदूरों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा, और गंभीर मामला नाबालिग बच्चों को खतरनाक परिस्थितियों में काम कराया जा रहा है। और वहीं स्थानीय ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार नाबालिगों से काम कराने के लिए मना करने पर वहां के बड़े अधिकारी कर्मचारी द्वारा धमकाया चमकाया जा रहा है।
वहीं स्थानीय ग्रामीणों एवं सामाजिक संगठनों ने बताया कि बाल श्रम के मामले को लेकर क्षेत्र में आक्रोश बढ़ रहा है और वे बहुत जल्द इसके कंपनी के विरोध में स्थानीय प्रशासन और श्रम विभाग को आरोपों की शिकायत करेंगे। लेकिन वहीं दूसरी तरफ सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस बात की भनक कंपनी प्रबंधन को लगते ही कंपनी के मैनेजरों द्वारा नाबालिगों को काम पर आने पर मना कर दिया गया है।