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डॉ. बरनवाल ने वर्तमान परिदृश्य, संक्रमण, उपचार अनुभव बताया
रायपुर, 5 नवम्बर। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान - भा.कृ.अ.प.में पादप रोग विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय प्रोफेसर डॉ. वी. के. बरनवाल ने 04-नवंबर-2023 को कलिंगा विश्वविद्यालय का दौरा किया। डॉ. बरनवाल को प्लांट वायरोलॉजी: जीनोमिक्स, डायग्नोस्टिक्स और मैनेजमेंट के क्षेत्र में उच्च दक्षता है।
विभिन्न शोध कार्यों के संबंध में डीन ऑफ साइंस डॉ. आर जयकुमार और जैव प्रौद्योगिकी विभाग की प्रमुख डॉ. सुषमा दुबे के साथ एक संक्षिप्त चर्चा के बाद उन्होंने वर्तमान परिदृश्यों और विशेष रूप से पौधों और जीवों में वायरस संक्रमण और उनके उपचार विकल्पों के क्षेत्र में अपने विशाल अनुभव और ज्ञान को साझा किया।
बातचीत का मुख्य आकर्षण आण्विक जीवविज्ञान उन्नति पर नए शोध के बारे में था, जिसके साथ आनुवंशिक प्रवर्धन के लिए पूरी प्रक्रिया की समयावधि को काफी हद तक कम किया जा सकता है जिससे न केवल समय बचाया जा सकता है बल्कि प्रक्रिया की दक्षता भी बढ़ सकती है। इसके अलावा, नई तकनीक के साथ, प्रक्रिया में तापमान जैसी कुछ शर्तों की आवश्यकता नहीं होती है, जो पारंपरिक तकनीक के दौरान महत्वपूर्ण थीं। ये तकनीकें बहुत कम समय में मानव रोग निदान में बड़ी मदद कर सकती हैं। चर्चा में संकाय सदस्यों और अनुसंधान विद्वानों ने भाग लिया।
कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने डॉ. बरनवाल को धन्यवाद ज्ञापन के साथ चर्चा का समापन किया। विश्वविद्यालय की ओर से विज्ञान के डीन डॉ. आर. जयकुमार और जैव प्रौद्योगिकी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. सुषमा दुबे ने आभार व्यक्त किया।


