बेमेतरा

केंद्रीय विद्यालय की शुरुआत को लेकर असमंजस,7 माह बाद भी कोई ठोस पहल नहीं
09-Jun-2025 3:34 PM
केंद्रीय विद्यालय की शुरुआत को लेकर असमंजस,7 माह बाद भी कोई ठोस पहल नहीं

केंद्र सरकार ने सात माह पूर्व दी थी मंजूरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

-आशीष मिश्रा

बेमेतरा, 9 जून। केंद्र सरकार ने 7 माह पूर्व बेमेतरा जिले में केंद्रीय विद्यालय प्रांरभ करने की स्वीकृति दे दी है। घोषणा हुए 7 माह का समय बीत चुका है, पर अब तक कार्रवाई के नाम पर केवल कागजी खानापूर्ति ही की गई। जिले में नए सत्र के दौरान केंद्रीय विद्यालय प्रारंभ होने की स्थिति अभी तक साफ नहीं हो पाई है।

हालांकि, केंद्रीय विद्यालय के स्थल चयन के लिए स्टेट व केन्द्र की टीम ग्राम बावामोहतरा पहुंचकर मौका मुआयना कर चुकी है। जिले को अब केवल स्कूल प्रारंभ करने के लिए ऑर्डर जारी होने का इंतजार है। दूसरी तरफ ग्रामीणों ने वर्तमान स्कूल संचालन प्रभावित होने को लेकर चिंता जाहिर की है।

जानकारी हो कि जिले में केंद्रीय विद्यालय प्रारंभ करने के लिए 10 साल से प्रयास किया जा रहा है। बीते साल 7 दिसंबर को प्रदेश में प्रारंभ होने वाले चार केंद्रीय विद्यालय में बेमेतरा जिला को शामिल किया गया था। इस घोषणा के बाद जून के मध्य तक केंद्रीय विद्यालय के लिए अस्थाई स्कूल भवन बावामोहतरा या फिर लोलेसरा स्कूल में से एक भवन का चयन किया जाना था पर केवल एक जरूरी प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने और बावामोहतरा स्कूल के भवन का चयन हुआ है।

भवन चयन के बाद संधारण व अन्य कार्य के लिए आदेश जारी नहीं किया गया, जिसकी वजह से तैयारी के नाम पर शून्यता है। स्कूल स्टाफ के लिए भर्ती की कार्यवाही भी प्रारंभ नहीं की गई है। बावामोहतरा स्कूल भवन देखने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी स्कूल जा चुके हैं।

 

अब तक हुई कार्यवाही से जानें.... बात कहां तक पहुंची है .....?

बीते 9 फरवरी 2015 को जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर दूर ग्राम बावा मोहतरा में केंद्रीय विद्यालय संचालन के लिए भवन निर्माण एवं अन्य कार्यों के लिए भूमि की मांग की गई थी, जिसके बाद 4 हेक्टेयर शासकीय जमीन को तत्कालीन एसडीएम बेमेतरा के अनुमोदन के बाद प्रस्तावित किया गया था। साथ ही भूमि की प्रीमियम राशि 22 लाख 77 हजार 500 रुपए होने एवं वार्षिक भू-भाटक 45550 रुपए तय किया गया था। केंद्रीय विद्यालय के लिए स्थल चयन कर भूमि आवंटित के लिए जरूरी जिला शिक्षा अधिकारी, कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग, सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी, वन विभाग, उपसंचालक कृषि, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला खनिज अधिकारी, कार्यपालन यंत्री छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं जिला संसाधन विभाग से अनापत्ति प्राप्त कर निर्धारित मापंदड को 2019 से पहले ही पूर्ण किया जा चुका है।

वर्तमान बच्चों की पढ़ाई का क्या होगा, यही एक समस्या

जानकारी के अनुसार ग्राम बावामोहतरा के जिस कैम्पस में स्कूल लगाया जा रहा है, वहां पर चार स्कूल लगते हैं। एक परिसर के अंदर प्रथम पाली में प्राथमिक एवं मिडिल स्तर की कक्षाए लगती हैं, जिसमें लगभग 550 स्टूडेंट्स हैं। इसके बाद दूसरी पाली में कक्षा 9 से लेकर 12वीं की कक्षाएं लगती हैं, जिसमें 645 स्टूडेंट्स हैं। दोनों पाली मिलाकर कुल 1145 छात्र-छात्राएं हैं।

सबसे अहम बात है कि इस स्कूल का उन्नयन हायर सेकंडरी स्तर तक हो गया है पर आज तक हाई व हायर सेकंडरी का भवन स्वीकृत नहीं हुआ है। बच्चे व स्टाफ स्कूल के संचालन को लेकर पहले से परेशान हैं। भवन की कमी को देखते हुए पहले भी जनप्रतिनिधि सक्षम अधिकारियों से मिलकर समस्या से अवगत करा चुके हैं। समस्या होने के बाद भी अब तक केंद्रीय विद्यालय के लिए अस्थायी भवन के लिए अन्य विकल्प तैयार नहीं हुआ है। ग्राम बावामोहतरा के पूर्व ग्राम लोलेसरा के स्कूल भवन का चयन किया गया था, जिसे निरस्त कर दिया गया।  डीईओ डॉ. कमल कपूर से जिला में केवी प्रारंभ होने की स्थिति की जानकारी लेने के लिए कॉल किया गया, पर अधिकारी ने रिसीव नहीं किया न ही मैसेज का जवाब दिया।

केंद्रीय विद्यालय जिले के लिए सौगात है

केंद्रीय विद्यालय में सीबीएसई कोर्स से पढ़ाई होगी। साथ ही बच्चों को सीबीएसई पैटर्न में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में काफी मदद मिल सकेगी। विद्यालय पूर्ण रूप से आवासीय रहेगा, जिसमें शिक्षकों एवं बच्चों के लिए पूरी सुविधाएं कैंपस में ही उपलब्ध रहेगी। इसमें स्कूल भवन, खेल मैदान, छात्रावास, मेंस, शिक्षकों के लिए भवन, सभी विषयवार लैब, कंप्यूटर लैब आदि की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।


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