बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 29 अक्टूबर। जिला के निजी व शासकीय स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों का स्थायी जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए हो रही दिक्कतें कम होने के अपेक्षा अधिक हो रही है। जिले में अगस्त के अंत में 21027 विद्यार्थियों का स्थायी जाति प्रमाण पत्र बनाया जाना लंबित था, जो अब बढक़र 28 हजार तक पहुंच चुका है। जानकारी हो कि शासन के निर्देश पर शासकीय विदयालय, निजी विद्यालयों में कक्षा छठवीं से लेकर बारहवीं तक के कक्षाओं में पढऩे वाले विद्यार्थियों का स्थायी जाति प्रमाण पत्र व निवास प्रमाणपत्र बनाया जाना है।
निजी स्कूल के अधिक आवेदन लंबित
जिले में सरकारी स्कूलों में अनुसूचित जाति वर्ग के 17161, अनुसूचित जनजाति वर्ग के 5589 और अन्य पिछड़ा वर्ग के 69924 विद्यार्थी समेत कुल 92674 विदयार्थी है जिसमें से अब तक 68004 विद्यार्थियों को प्रमाण जारी किया जा चुका है। इसके पश्चात 24670 विद्यार्थियों का प्रमाण पत्र को लेकर प्रकिया लंबित है।
सरकारी स्कूल के अलावा प्राईवेट स्कूल के 7733 आवेदन प्रमाण पत्र बनाने के लिए प्रस्तुत किये गये है जिसमें 1434 आवेदन अनुसूचित जाति वर्ग, 458 आवेदन अनुसूचित जन जाति वर्ग और 5841 आवेदन अन्य पिछड़ा वर्ग के है जिसमे से सत्र प्रारंभ हुए चार माह बीत जाने के बाद केवल 3526 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र जारी किया गया है। जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग के 2704 आवेदन, अनुसूचित जनजाति वर्ग के 208 और अनुसूचित जाति वर्ग के 614 हितग्राहियों को प्रमाण पत्र मिल चुका है। इसके बाद 4207 प्रकरणों का निराकरण किया जाना है। प्रमाणपत्र जारी नहीं होने से परेशान चल रहे सबसे अधिक अन्य पिछड़ा वर्ग के 3137 विदयार्थीयो को प्रमाण पत्र का इंतजार है। बहरहाल दिपावली अवकाश समाप्त होने के बाद भी विद्यार्थियों को संबधित कार्यालयों में जाकर प्रमाण पत्र के लिए जानकारी जुटाना पड़ रहा है।
छात्रवृत्ति के लिए जाति प्रमाणपत्र की अवश्यकता
स्कूलों में पढऩे वाले अनुसूचित जाति वर्ग, अनुसूचित जनजाति वर्ग, अन्य पिछड़ावर्ग के कुल 100407 विद्यार्थियों का प्रमाण पत्र बनाना है। अब तक प्राप्त सभी आवेदनो में से 71530 प्रमाण पत्र जारी किया गया है। वहीं 28877 प्रकरण लंबित है। इससे पूर्व अगस्त माह के दूसरे पख़वाड़े तक प्रस्तुत किये गये आवेदनो में से 21027 प्रकरण लंबित थे। बीते दो महीने के दौरान नये आवेदन आने से प्रकरणों की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं लंबित प्रकरणो की संख्या में भी बढोत्तरी हुआ है।
हितग्राहीमूलक योजनाओं के लिए आवश्यक दस्तावेज
विद्यार्थियों को विभिन्न हितग्राही मूलक योजना के अलावा वजिफा याने छात्रवृत्ति के लिए जाति प्रमाण पत्र आवश्यक दस्तावेज है जरूरत को देखते हुए स्कूल स्तर पर ही विद्यार्थियों के द्वारा प्रस्ताव दस्तावेजों के अनुसार प्रमाणपत्र बनाया जा रहा है। जिले में करीब 28 फीसदी प्रकरण लंबित हैं।
सर्वाधिक आवेदक अन्य पिछड़ावर्ग के
जिले के विभिन्न तहसील कार्यालयों में स्कूलों के माध्यम से स्थायी प्रमाणपत्र बनाने के लिए 10407 आवेदन प्रस्तुत किये गये है, जिनमें अनुसूचित जाति वर्ग के 18595 आवेदन,अलुसूचित जनजाति वर्ग के 6047 आवेदन, सर्वाधिक आवेदन 75765 अन्य पिछड़ा वर्ग के हैैं। जिसमें से अब तक अनुसूचित जाति वर्ग के 9444 आवेदन पर, अनुसूचित जनजाति वर्ग के 4120 आवेदन, अन्य पिछडा वर्ग के 57966 आवेदन पर प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
तीनों वर्ग के 71530 प्रमाण पत्र जारी किये गये है। वहीं अभी भी अनुसूचित जाति वर्ग के 9151 प्रमाणपत्र, अनुसूचित जनजाति वर्ग के 1927 प्रमाण पत्र और अन्य पिछड़ा वर्ग के 17799 प्रमाणपत्र समेत कुल 28877 बनाया जाना शेष है।
आकड़ों में जानिए स्थिति को
अनुसूचित जाति स्थायी जाति प्रमाण पत्र के आवेदन- 18959
अनुसूचित जाति स्थायी जाति के जारी किये गये प्रमाणपत्र - 9444
अनुसूचित जाति स्थायी जाति प्रमाण पत्र के लंबित प्रकरण -9151
अनुसूचित जन जाति स्थायी जाति प्रमाण पत्र के आवेदन -6047
अनुसूचित जनजाति के स्थायी जाति प्रमाण पत्र -4120
अनुसूचित जनजाति स्थायी जाति प्रमाण पत्र के लंबित प्रकरण-1927
अन्य पिछडा वर्ग के स्थायी जाति प्रमाण पत्र के आवेदन- 75765
अन्य पिछडा वर्ग के जारी स्थायी जाति प्रमाण पत्र -57988
अन्य पिछडा वर्ग के लंबित प्रकरण -17799