बेमेतरा

आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के सदस्यों के द्वारा स्वावलम्बन एवं सृजन कला केंद्र का शुभारंभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 22 अक्टूबर। समाधान महाविद्यालय में आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के सदस्यों का बैठक आयोजित किया गया। इस दौरान सदस्यों के द्वारा समाधान स्वावलम्बन एवं सृजन कला केंद्र का शुभारम्भ किया गया।
इस केंद्र के माध्यम से महाविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने मिलकर 3000 से अधिक पर्यावरण के अनुकूल दीए बनाए ेजिसका उपयोग विद्यार्थी अपने घरों में करेंगे एवं यह नि: शुल्क वितरण एवं विक्रय के लिए भी उपलब्ध होगा। इससे प्राप्त आय को विद्यार्थी शिक्षकों के हित में एवं सामाजिक कल्याण के लिए उपयोग किया जायेगा। गोबर के जले हुए दिए वापस खाद के रूप में काम आता है, वातावरण को प्रदूषण से बचा सकते है, गोधन संरक्षण में सहायक है, इको फ्रेंडली होने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करते है, स्वरोजगार एवं स्वावलम्बन को प्रोत्साहन मिलता है।
रक्तदान कैंप लगाने का सुझाव दिया जिसमे शहर के नागरिकों को भी शामिल करने की बात कही। बैठक का मुद्दा इस प्रकार रहा समाधान में स्वावलम्बन केंद्र प्रारम्भ करने के सम्बन्ध में विशाल रक्तदान शिविर आयोजन, एलुमनी एसोसिएशन द्वारा पौधरोपण एवं वृद्धाश्रम में कंम्बल फल आदि दान करने के सम्बन्ध में, महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं एवं प्राध्यापकों द्वारा हर्बल गार्डऩ तैयार करने के सम्बन्ध में इन सभी मुद्दों पर उपस्थित समस्त सदस्यों द्वारा सर्व-सहमति से निर्णय लिया गया कि इन सभी मुद्दों पर विचार करके महाविद्यालय के गुणवत्ता के लिए प्रयास करेंगे। महाविद्यालय अध्यक्ष डॉ.अलका तिवारी ने कहा कि हम सभी महाविद्यालय के गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए कार्य को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर शा.पं.जवाहर लाल नेहरु महाविद्यालय के प्राचार्य ने स्वावलम्बन केंद्र शुभारम्भ अवसर पर सभी छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए स्वावलम्बन केंद्र का महत्व बताते हुए कहा की लक्ष्य प्राप्ति की भावना रुकावटों को दूर कर देती है। परिश्रम से ही सभी कार्य पूर्ण होते है। डॉ.एमडी पटेल ने कहा कि स्वावलम्बन को आज के समय पैसों से नहीं जोड़ा जाता है, जो पैसे के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहता है, उसे सबसे बड़ा स्वावलम्बी कहा जाता है, बचपन से ही हमें सिखाया जाता है कि बड़े होकर स्वावलम्बी बनो, ताकि तुम अपने साथ-साथ दूसरों की भी जिम्मेदारियाँ उठाने के लायक बन सको। आतंरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के इस बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को महाविद्यालय के स्वावलम्बन एवं सृजन कला केंद्र के द्वारा विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के हाथ से बनाये दीए एवं मिठाई दीपावली के अवसर पर उपहार स्वरुप दिया गया। इस अवसर पर पीजी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पापी चंद्रवसी , डॉ. प्रवीण वर्मा सदस्य लोक सेवा आयोग , डॉ. एमडी पटेल , डॉ. बंशुबन्धु दिवान , अविनाश तिवारी , अवधेश पटेल आदि उपस्थित रहे।