लखनऊ, 1 मार्च : कोरोना वायरस महामारी के कारण एक साल के लंबे अंतराल के बाद उत्तर प्रदेश के सभी प्राथमिक स्कूल आज से खुल गए हैं. कक्षा 1 से 5 तक के लिए स्कूली शिक्षा को फिर से शुरू करने के लिए सरकार ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं. छठी क्लास से ऊपर की कक्षाएं राज्य में पहले ही खुल चुकी थीं.
राज्य सरकार द्वारा पिछले महीने जारी एक आदेश के तहत प्राइमरी स्कूल खोले गए हैं, जिसमें एक पाली में 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ-साथ सभी को फेस मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करने के लिए कहा गया है.
लखनऊ के सबसे पुराने संस्थानों में से एक सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के प्रशासकों ने कहा कि लगभग 75 प्रतिशत विद्यार्थी ही अपने माता-पिता की सहमति से स्कूल आ सके हैं.
स्कूल की वाइस प्रिंसिपल डॉ. यास्मीन खान ने NDTV से कहा, "हमने स्कूल के अलग-अलग गेट से सोशल डिस्टेंसिंग और अलग-अलग टुकड़ियों में छात्र-छात्राओं की एंट्री सुनिश्चित की. गेट पर भी उनका टेम्पेरेचर लिया और हैंड सैनिटाइज किया. हमलोग यह भी सुनिश्चित करेंगे कि दो पारियों के बीच एक घंटे का अंतराल हो ताकि स्कूल परिसर को सैनिटाइज किया जा सके."
कक्षा 4 की छात्रा नव्या वार्ष्णेय अपने साथ हैंड सैनिटाइजर लेकर आई थी. उसने अपने आसपास उसे स्प्रे भी किया क्योंकि वह एक साल के लंबे अंतराल के बाद पहली बार स्कूल आई थी. नव्या ने NDTV से कहा, "मेरे माता-पिता ने मुझे स्कूल आने और क्लास में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि डरो मत, स्कूल जाओ और पढ़ाई करो. यह लंबे समय के बाद अपने दोस्तों से मिलने का मौका है."
पश्चिमी यूपी के हापुड़ के एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में छात्र बड़ी संख्या में स्कूल आने को तैयार हुए लेकिन कम संख्या में ही आ सके. राज्य के अधिकांश बच्चे सरकार द्वारा संचालित स्कूलों में ही पढ़ते हैं और वे सभी एक साल से कोरोना वायरस महामारी की वजह से ऑलनाइन क्लास करते रहे हैं, जो एक बड़ी चुनौती थी. राज्यभर में कई सरकारी स्कूलों को दोबारा खोलने से पहले सजाया-संवारा गया है और वहां कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित हो, इसकी व्यवस्था शिक्षकों द्वारा की गई है. (khabar.ndtv.com)